नारी डेस्क: होली रंगों का त्योहार है, जिसे सभी बड़े धूमधाम से मनाते हैं, लेकिन अगर इस खुशी के मौके पर बच्चों की आंखों में रंग चला जाए तो यह खतरनाक हो सकता है। खासकर अगर रंग केमिकल वाले हों तो बच्चों की आंखों में जलन और इंफेक्शन हो सकता है। ऐसे में आपको तुरंत कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए, ताकि बच्चों को किसी भी तरह का नुकसान न हो।
केमिकल वाले रंग से हो सकता है इंफेक्शन अगर होली के दौरान गलती से बच्चों की आंखों में रंग चला जाता है, तो यह आंखों में जलन और इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इस कारण बच्चों की आंखों में रंग जाने पर उन्हें तुरंत ध्यान से देखना और कुछ जरूरी कदम उठाना बेहद जरूरी है।
क्या करें जब बच्चों की आंखों में रंग चला जाए?
आंखें मसलने से रोकें
होली के दौरान बच्चों की आंखों में रंग जाना एक आम समस्या है, लेकिन इससे बचाव का सबसे अच्छा तरीका है उन्हें आंखें मसलने से रोकना। अगर बच्चे आंखें रगड़ते हैं, तो रंग के छोटे-छोटे कण आंखों के अंदर तक चले जाते हैं, जिससे आंखों में और भी जलन, खुजली और सूजन हो सकती है। साथ ही, आंखों में संक्रमण का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए बच्चों को समझाना बहुत जरूरी है कि वे आंखों को न मसलें और पलकें झपकाने की सलाह दें, क्योंकि इस दौरान आंसू निकलने से रंग बाहर निकल जाएगा। इसके अलावा, आप उन्हें ध्यान भटकाने के लिए कुछ और भी कर सकते हैं, ताकि वे अपनी आंखें न मसलें।

आंखों को साफ पानी से धोएं
जब बच्चों की आंखों में रंग चला जाए, तो सबसे प्रभावी तरीका है आंखों को अच्छे से साफ पानी से धोना। यह रंग को निकालने और आंखों में जलन को कम करने का सबसे सरल और सुरक्षित तरीका है। आप पानी को हल्का गर्म भी कर सकते हैं, क्योंकि गुनगुना पानी रंग को निकालने में और मदद करता है। बच्चों की आंखों को 10 से 15 मिनट तक धोते रहें। आप उन्हें पानी से आंखें धोने के दौरान लगातार शांत और आराम से बैठने के लिए प्रेरित करें। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करती है कि रंग पूरी तरह से निकल जाए और आंखों में कोई नुकसान न हो।
साबुन का उपयोग न करें
बच्चों की आंखों को साफ करते समय साबुन या शैम्पू का इस्तेमाल कभी न करें, क्योंकि इनका उपयोग करने से आंखों में जलन और दर्द बढ़ सकता है। साबुन में केमिकल होते हैं, जो आंखों के लिए बहुत हानिकारक हो सकते हैं। आंखों की नाजुक त्वचा को नुकसान पहुंचाने से बचने के लिए सिर्फ सामान्य पानी से ही आंखों को धोएं। इससे न केवल रंग बाहर निकलने में मदद मिलेगी, बल्कि आंखों में जलन और सूजन भी कम होगी।

आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल करें
अगर आंखों में रंग जाने के बाद भी जलन महसूस हो, तो आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रखें कि आई ड्रॉप्स का उपयोग तब ही करें जब आप बच्चों की आंखों को अच्छे से धो चुके हों। इससे आंखों की जलन और सूजन को कम किया जा सकता है। आई ड्रॉप्स का इस्तेमाल बच्चों की आंखों में हल्की राहत देने के लिए किया जा सकता है, लेकिन अगर जलन बहुत ज्यादा हो या आंखों में दर्द हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
घरेलू नुस्खों से बचें
कभी-कभी लोग आंखों में रंग जाने पर घरेलू नुस्खे आजमाने की कोशिश करते हैं, जैसे शहद या दूध लगाना, लेकिन यह पूरी तरह से सुरक्षित नहीं होते। इन घरेलू नुस्खों से आंखों में और भी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। घरेलू उपचार के बजाय, अगर रंग जाने के बाद जलन बढ़ रही हो या आंखों में दर्द हो, तो तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर से सही उपचार ही सबसे अच्छा विकल्प है, ताकि आंखों में कोई गंभीर समस्या न हो।
नोट: यह जानकारी सामान्य स्वास्थ्य के लिए है। किसी भी प्रकार के गंभीर लक्षण महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।