नारी डेस्क: आजकल स्मार्टफोन हमारी दिनचर्या का अहम हिस्सा बन चुका है। काम, सोशल मीडिया, और एंटरटेनमेंट के लिए हम दिनभर फोन का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि सोने से ठीक पहले फोन का इस्तेमाल आपकी सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकता है? आइए जानते हैं इसके नुकसान और इसके उपाय।
सोने से कितनी देर पहले छोड़ दें फोन?
विशेषज्ञों का कहना है कि सोने से कम से कम 30 मिनट से 1 घंटा पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें। अगर आप ऐसा नहीं करते, तो इससे आपको नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जैसे इंसोम्निया (नींद न आना) और सर्केडियन रिदम (जैविक घड़ी) का बिगड़ना। ये समस्याएं आगे चलकर डिप्रेशन, एंग्जायटी और यहां तक कि दिल की बीमारियों का कारण बन सकती हैं।

फोन का नींद पर असर कैसे होता है?
ब्लू लाइट का प्रभाव: स्मार्टफोन से निकलने वाली ब्लू लाइट मेलाटोनिन नामक नींद लाने वाले हार्मोन को दबा देती है। इसका असर यह होता है कि दिमाग को जागने का संकेत मिलता है और नींद आने में समय लगता है।
Mental activity बढ़ती है : रात में सोशल मीडिया स्क्रॉल करना, गेम खेलना या चैट करना दिमाग को सक्रिय बनाए रखता है। इससे शरीर को रिलैक्सेशन का समय नहीं मिल पाता और वह सोने के लिए तैयार नहीं हो पाता।
नींद की गुणवत्ता पर असर: रात को फोन का इस्तेमाल करने से नींद गहरी नहीं हो पाती और बार-बार टूट सकती है। यह अगले दिन थकान, चिड़चिड़ापन और ध्यान केंद्रित करने में परेशानी का कारण बन सकता है।
रात में फोन का इस्तेमाल करने से कौन सी बीमारियां हो सकती हैं?
रात के समय फोन का इस्तेमाल करने से इंसोम्निया, डिप्रेशन, एंग्जायटी, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, आई स्ट्रेन और माइग्रेन जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
क्या करें?
सोने से पहले फोन का इस्तेमाल बंद करें: सोने से कम से कम 1 घंटा पहले फोन का इस्तेमाल बंद कर दें।
फोन को बेडरूम से बाहर रखें: सोने की तैयारी के दौरान फोन को डू नॉट डिस्टर्ब मोड पर रखें या बेडरूम से बाहर रखें।
अन्य उपाय अपनाएं: सोने से पहले बुक पढ़ें, म्यूजिक सुनें या मेडिटेशन करें। इससे आपको नींद आने में मदद मिलेगी। साथ ही, ब्लू लाइट फिल्टर या नाइट मोड का इस्तेमाल भी किया जा सकता है, ताकि फोन का असर कम हो सके।

रात में फोन का इस्तेमाल आपकी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए सोने से पहले फोन का इस्तेमाल कम से कम करें और अपनी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए कुछ अच्छे आदतें अपनाएं। यह छोटी सी आदत आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद हो सकती है।