कॉफी के कई लोग शौकीन होते हैं, घर में कुछ मिले या फिर नहीं लेकिन कॉफी पीना उनके लिए जरुरी हो जाता है। सिर्फ बड़े ही नहीं बल्कि आजकल बच्चे भी इसके आदि होते जा रहे हैं। लेकिन अक्सर पेरेंट्स इस बात को लेकर थोड़े असमंजस में रहते हैं कि क्या कॉफी बच्चे के लिए फायदेमंद है। आज अंतराष्ट्रीय कॉफी दिवस मनाया जा रहा है। ऐसे में इस मौके पर आपको बताते हैं कि बच्चे को कॉफी देनी चाहिए या नहीं और यदि देनी चाहिए तो कितनी मात्रा उनके लिए फायदेमंद रहेगी। आइए जानते हैं....
क्या बच्चों को पिलानी चाहिए कॉफी?
हर माता-पिता इस बात को जानना चाहते हैं कि क्या बच्चों को कॉफी देना सही रहेगा तो आपको बता दें कि बच्चे के लिए यह फायदेमंद नहीं है। शोध के अनुसार, इसका सेवन करने से उन्हें मानसिक और स्वास्थ्य समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। इसके अलावा वह तनाव का शिकार भी हो सकते हैं। इसलिए उन्हें इसका सेवन नहीं करवाना चाहिए।
किस उम्र में देना फायदेमंद
वैसे तो कॉफी बच्चों के लिए नुकसानदायक है लेकिन यदि आपका बच्चा 12 साल से ज्यादा उम्र का है तो आप उसे कॉफी पिला सकते हैं क्योंकि इस उम्र में कॉफी में पाया जाने वाला कैफीन बच्चों के लिए सुरक्षित होता है। यदि आपका बच्चा 12-18 साल का है तो एक दिन में आप उसे करीबन 100 मिलीग्राम कैफीन का सेवन करवा सकते हैं।
क्यों नुकसानदायक है बच्चों के लिए कॉफी?
बच्चों के लिए यह कई कारणों से नुकसानदायक हो सकती है। इसमें मौजूद कैफीन उनके लिए कई सारी समस्याएं खड़ी कर सकता है। कैफीन का सेवन करने से दिमाग में उत्तेजना बढ़ने लगता जिसके कारण बच्चों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है इसकी ज्यादा मात्रा बच्चों और बूढ़ों दोनों के लिए खतरनाक हो सकती है। इसके कारण डिहाइड्रेशन होने लगती है बच्चों को नींद भी नहीं आती और उनके शरीर में कैल्शियम की मात्रा में होने लगती है।
इससे होने वाले नुकसान
रुक जाएगा विकास
शोध के अनुसार, खाना खाने से आधे या फिर एक घंटे पहले यदि बच्चे कॉफी पीते हैं तो उनकी भूख मर जाती है जिसके कारण उनके शरीर का अच्छे से विकास नहीं हो पाता।
हड्डियां होगी कमजोर
इसका सेवन करने से बच्चों की हड्डियों में कैल्शियम नहीं टिकता जिसके कारण उनकी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं।
चिंता और घबराहट
कॉफी में पाए जाने वाले कैफीन के कारण बच्चों को घबराहट और चिंता जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
डिहाइड्रेशन
यदि बच्चे ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करते हैं तो उन्हें बार-बार पेशाब आने लगता है जिसके कारण उन्हें डिहाइड्रेशन हो सकती है।
दांतों में सड़न
इसमें शक्कर काफी ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल होती है ऐसे में जो बच्चे इसका सेवन करते हैं उनके दांतों में सड़न होने लगती है।