नारी डेस्क: अच्छे स्वास्थ्य के लिए नींद एक महत्वपूर्ण तत्व है, और हाल के शोध ने यह स्पष्ट किया है कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में हर रात लगभग 11 मिनट अधिक नींद की आवश्यकता होती है। लंदन के स्लीप फाउंडेशन के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए शोध के अनुसार, हालांकि नींद का यह अंतर छोटा लग सकता है, लेकिन यह महिलाओं के स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालता है।
महिलाओं की नींद की गुणवत्ता पुरुषों की तुलना में सामान्यतः कम होती है, जिसका कारण हार्मोनल बदलाव, भावनात्मक जरूरतें और रजोनिवृत्ति जैसी स्थितियाँ हो सकती हैं। इन हार्मोनल और भावनात्मक बदलावों का नींद के पैटर्न पर बड़ा असर पड़ता है, जिससे महिलाएं अनिद्रा का अधिक शिकार हो सकती हैं। शोधकर्ताओं ने बताया कि महिलाएं पुरुषों की तुलना में अनिद्रा से 40% अधिक प्रभावित होती हैं।
इसके अलावा, मोटापे से ग्रस्त महिलाओं में नींद की कमी का खतरा अधिक होता है। नींद की कमी से तनाव हार्मोन कोर्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है, जो अधिक भूख और मोटापे की ओर ले जाता है। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि वयस्कों को प्रतिदिन 7 से 9 घंटे की नींद लेनी चाहिए, जबकि 0 से 5 वर्ष के बच्चों के लिए 10 से 12 घंटे की नींद जरूरी है।
महिलाओं की जिम्मेदारियों, जैसे बच्चों और बुजुर्गों की देखभाल, के कारण अक्सर उन्हें रात में जागना पड़ता है, जिससे तनाव और थकान बढ़ जाती है। इन दबावों से उबरने के लिए पर्याप्त नींद लेना बेहद महत्वपूर्ण है।