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Punjab Floods 2025: 25 साल की सबसे भारी बारिश, अब तक 43 की मौत, हजारों गांव जलमग्न

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 05 Sep, 2025 05:24 PM
Punjab Floods 2025: 25 साल की सबसे भारी बारिश, अब तक 43 की मौत, हजारों गांव जलमग्न

 नारी डेस्क: पंजाब में इस साल की बारिश ने 25 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। भारी बारिश और नदियों में आई बाढ़ के कारण राज्य के कई जिले पानी में डूब गए हैं। अब तक 43 लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग बेघर हो गए हैं। हालात इतने गंभीर हैं कि सेना से लेकर आम जनता तक राहत और बचाव कार्यों में जुटी हुई है। आइए जानते हैं कि पंजाब में इस खतरनाक बाढ़ की मुख्य वजहें क्या रहीं, किन जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, और सरकार व समाज कैसे कर रहे हैं मदद।

क्यों आई पंजाब में इतनी भयानक बाढ़?

अगस्त 2025 में पंजाब में औसत से 74% ज्यादा बारिश हुई, यानी 253.7 मिमी बारिश — जो पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा है। हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊपरी इलाकों में भारी बारिश के कारण सतलुज, ब्यास और रावी जैसी नदियां उफान पर आ गईं। भाखड़ा और पोंग डैम से पानी छोड़े जाने की वजह से निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति और भी बिगड़ गई। घग्गर नदी के किनारे अतिक्रमण, नदियों में गाद भराव और जलधारण क्षमता घटने से पानी का बहाव रुक गया, जिससे कई गांव डूब गए।सड़क और हाईवे निर्माण से भी जलप्रवाह बाधित हुआ इस पर जांच के लिए संसद समिति ने NHAI से रिपोर्ट मांगी है।

किन जिलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ?

पंजाब के 23 जिलों के करीब 1900 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। गरदासपुर जिला सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां 324 गांव पूरी तरह जलमग्न हैं। 40,169 हेक्टेयर कृषि भूमि बर्बाद हो चुकी है। इसके अलावा फिरोज़पुर, अमृतसर, होशियारपुर, कपूरथला और संगरूर जिलों में भी बाढ़ ने जबरदस्त तबाही मचाई है। भारत-पाकिस्तान सीमा तक पानी पहुंचने से सुरक्षा क्षेत्रों में भी संकट खड़ा हो गया है।

अब तक कितना नुकसान और क्या बचाव?

अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। लगभग 21,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राज्य भर में 159 राहत शिविर बनाए गए हैं, जिनमें फिलहाल 1478 लोग रह रहे हैं। कई स्कूलों की इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, टॉयलेट्स टूट गए हैं और दीवारों में दरारें आ गई हैं।

राहत और बचाव कार्य में कौन-कौन जुटा है?

भारतीय सेना, बीएसएफ, एनडीआरएफ और राज्य पुलिस राहत कार्यों में जुटे हैं। गुरुद्वारे, एनजीओ और मेडिकल टीम भी बाढ़ पीड़ितों को खाना, दवाइयां और आश्रय देने में मदद कर रहे हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जनता से बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए अपील की है। 

बॉलीवुड और पंजाबी फिल्म इंडस्ट्री से भी मदद आ रही है रणदीप हुड्डा, दिलजीत दोसांझ, गिप्पी ग्रेवाल, राज कुंद्रा जैसे कलाकार राहत कार्यों में सहयोग दे रहे हैं।

सरकार और नेताओं ने क्या किया है?

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और राज्य को सहायता देने का आश्वासन दिया। केंद्र की दो टीमें नुकसान का आकलन करने के लिए मैदान में हैं। आम आदमी पार्टी के सांसदों ने MP फंड से बाढ़ राहत में योगदान देने का ऐलान किया है। राज्यसभा सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने MP फंड और व्यक्तिगत रूप से 5 करोड़ रुपये राहत कार्यों के लिए देने का वादा किया है।

पंजाब इस समय एक बड़े प्राकृतिक संकट से गुजर रहा है। अत्यधिक बारिश, नदियों का उफान और मानवजनित गतिविधियां, जैसे अतिक्रमण और असंगठित निर्माण कार्य, इस बाढ़ के पीछे की मुख्य वजहें हैं। अब जरूरत है कि न सिर्फ राहत कार्यों को तेज किया जाए, बल्कि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए स्थायी समाधान भी खोजे जाएं।
  

 
  

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