डायबिटीज के मरीजों को अपने खान- पान पर बहुत ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। जरा सी भी लापरवाही से शुगर लेवल बढ़ सकता है। इसलिए कुछ भी खाने से पहले 10 बार सोचना पड़ता है। दालों की बात करें तो वैसे तो उन्हें हेल्दी फूड्स में ही काउंट होते हैं, दालों में कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते हैं। इस वजह से ये धीरे- धीरे पचती हैं, इससे ब्लड शुगर लेवल स्थिर हो जाता है। इन दालों से ग्लाइसेमिक डंडेक्स लेवल भी बहुत कम हो जाता है, जिससे शरीर का ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में रहता है। आइए जानते हैं डायबिटीज में कौन सी दालों का सेवन करना फायदेमंद होता है।
मूंग दाल
मूंग दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिससे ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इस दाल में प्रोटीन, फाइबर और एंटी- ऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो डायबिटिक रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है।
अरहर दाल
अरहर या तुअर की दाल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स बहुत कम होता है, जिससे शरीर में ग्लूकोज की गति धीमी होती है और बढ़ रहा है ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में आता है। इस दाल में फाइबर और प्रोटीन का भरपूर मात्रा में होता है, जिससे सेहत भी बेहतर होती है।
चने की दाल
इस दाल में भरपूर मात्रा में फाइबर, प्रोटीन और ऐसे कई सारे पोषक तत्व मौजूद होते है, जो डायबिटीज में बहुत फायदेमंद है। इस दाल को डाइट में शामिल कर आप डायबिटीज और गठिया जैसी समस्याओं से आराम पा सकते हैं।
मसूर दाल
मसूर दाल खाने से ब्लड शुगर वालों का शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है। इसके साथ ही डायबिटीज के लक्षणों में भी कम होते हैं, जैसे की पैरों की सूजन और शरीर में हो रही खुजली, irritation से भी आराम मिलता है।
उड़द दाल
उड़द दाल प्रोटीन से भरपूर होती है और ग्लाइसेमिक इंडेक्स लेवल कम होने के चलते ये डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहतरीन डाइट है। इस दाल का सेवन करने से हार्ट प्रॉब्लम्स भी दूर रहती हैं।
नोट- डायबिटीज के मरीजों 55 जीआई यानी ग्लाइसेमिक इंडेक्स से नीचे वाली चीजें खानी चाहिए। ये सारी दालों की ग्लाइसेमिक इंडेक्स बेहद ही कम है।