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Menopause को समझेंः लक्षण-कारण और इलाज, खान-पान का परहेज सबसे जरूरी

  • Edited By PRARTHNA SHARMA,
  • Updated: 23 Jun, 2025 07:49 PM
Menopause को समझेंः लक्षण-कारण और इलाज, खान-पान का परहेज सबसे जरूरी

नारी डेस्क: मेनोपॉज एक स्वाभाविक जैविक प्रक्रिया है जो महिलाओं के जीवन में एक नए चरण की शुरुआत करती है। यह तब होता है जब मासिक धर्म स्थायी रूप से बंद हो जाता है, आमतौर पर 45 से 55 वर्ष की आयु के बीच। परंतु यह केवल मासिक धर्म का रुकना नहीं है, बल्कि शरीर और मन में कई महत्वपूर्ण बदलावों की प्रक्रिया भी है। मेनोवेदा की को-फाउंडर (Menoveda Co-founder) और मेनोपॉज कोच तमन्ना सिंह (Menopause Coach Tamanna Singh) ने मेनोपोज से जुड़ी विशेष जानकारी नारी पंजाबकेसरी पर साझा की हैं, हर महिला का इस बारे में जानकारी होना जरूरी है ताकि वह खुद को हैल्दी रख सके। 

प्रमुख लक्षण

अनियमित या बंद मासिक धर्म
गर्म लगना (हॉट फ्लैशेज) और रात में पसीना आना
मूड स्विंग्स, चिड़चिड़ापन और अवसाद
अनिद्रा, थकान और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
योनि में शुष्कता और यौन इच्छा में कमी

इसके कारण: मुख्य कारण है शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे प्रजनन हार्मोन का कम हो जाना। कभी-कभी यह प्रक्रिया जल्दी भी शुरू हो सकती है जिसे प्रारंभिक मेनोपॉज कहते हैं।

उपचार विकल्प:

लाइफस्टाइल बदलाव: संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और तनाव प्रबंधन

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हार्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT): कुछ महिलाओं को यह लाभ पहुंचा सकती है, पर डॉक्टर की निगरानी में ही अपनाएं।

प्राकृतिक समाधान: आयुर्वेदिक औषधियां, योग, ध्यान और सप्लीमेंट्स से भी राहत संभव है।

परामर्श और थेरेपी: मानसिक और भावनात्मक लक्षणों के लिए

महिलाओं को यह समझने की ज़रूरत है कि मेनोपॉज कोई बीमारी नहीं, बल्कि एक प्राकृतिक परिवर्तन है। सही जानकारी, जागरूकता और सहयोग से यह बदलाव एक सकारात्मक अनुभव बन सकता है।

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मेनोपॉज के लक्षणों को नियंत्रित करने में आहार की भूमिका

मेनोपॉज के दौरान हार्मोनल असंतुलन के कारण शरीर की जरूरतें बदल जाती हैं। ऐसे में आहार सिर्फ ऊर्जा का स्रोत नहीं, बल्कि लक्षणों को कम करने का एक सशक्त साधन बन सकता है। सही खाद्य पदार्थ न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

क्या खाएं

कैल्शियम और विटामिन D से भरपूर खाद्य पदार्थ: जैसे दूध, दही, पनीर, तिल और धूप में बैठना हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक।

फाइबर युक्त भोजन: फल, सब्जियां, साबुत अनाज, पाचन तंत्र बेहतर करता है और वजन संतुलित रखता है।

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ओमेगा-3 फैटी एसिड: अलसी, अखरोट, मछली, दिल और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभकारी।

फाइटोएस्ट्रोजेन युक्त आहार: सोया, चना, मेथी, शरीर में प्राकृतिक एस्ट्रोजन जैसा प्रभाव देते हैं।

किन चीज़ों से बचें

प्रोसेस्ड फूड, अत्यधिक चीनी और नमक
कैफीन और अल्कोहल

खानपान का प्रभाव

गर्म लगना, मूड स्विंग्स और अनिद्रा कम हो सकते हैं।
वजन बढ़ना रोका जा सकता है।
पाचन और ऊर्जा स्तर बेहतर होता है

मेनोपॉज को आसान और नियंत्रित बनाने के लिए भोजन को औषधि की तरह अपनाना चाहिए। आहार में छोटे-छोटे बदलाव भी बड़े फ़ायदे ला सकते हैं।

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