नारी डेस्क : धनतेरस दीपावली से पहले आने वाला सबसे शुभ दिन होता है। इस दिन की गई खरीदारी को पूरे साल के लिए शुभ, समृद्धि लाने वाला और लक्ष्मी माता का आशीर्वाद प्राप्त करने वाला माना जाता है लेकिन आप जानते हैं कि धनतेरस मनाया क्यों जाता है और इस दिन क्या खरीदना चाहिए व क्या नहीं।
धनतेरस क्यों मनाया जाता है?
धनतेरस पर धन्वंतरि जयंती रहती हैं। इसी दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। वे आयुर्वेद के देवता और स्वास्थ्य के प्रतीक माने जाते हैं इसलिए धनतेरस का दिन स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना से मनाया जाता है।

शुभ मुहूर्त (धनतेरस 2025)
इस बार धनतेरस 18 अक्तूबर 2025 को मनाया जा रहा है और खरीदारी का शुभ समय दोपहर 12ः20 बजे से लेकर 19 अक्तूबर 1ः52 बजे तक रहेगा।
धन की देवी लक्ष्मी की पूजाः “धन” का अर्थ सिर्फ पैसे नहीं बल्कि सुख, समृद्धि और स्वास्थ्य भी है। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करके घर में स्थाई सुख-समृद्धि का आह्वान किया जाता है।
नई चीज़ें खरीदने का महत्व
मान्यता यह है कि धनतेरस पर कुछ नया खरीदने से सालभर धन की वृद्धि और अन्न-धान्य की बरकत होती है।
धनतेरस पर क्या खरीदें (शुभ वस्तुएं)
इस दिन लोग धातु, किचन के सामान आदि की शॉपिंग करते हैं।
धातु से जुड़ी चीजें
सोना और चांदीः सोना और चांदी सबसे शुभ मानी जाती हैं। चांदी के सिक्के, बर्तन, या लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति खरीदना बहुत शुभ है। यदि सोना खरीदना संभव न हो, तो चांदी लेना भी उतना ही फलदायी होता है।
तांबा और पीतल: धनतेरस पर तांबे या पीतल के बर्तन (जैसे लोटा, थाली, गिलास, दीया) खरीदना बहुत शुभ माना जाता है। यह घर में सकारात्मक ऊर्जा और स्वास्थ्य को बढ़ाता है।
स्टील और लोहे की चीज़ें: खरीद सकते हैं पर शाम के बाद नहीं। सुबह या दोपहर में लोहे का सामान लेने से व्यापार में उन्नति होती है।

किचन से जुड़ी चीज़ें
नए बर्तन: धनतेरस पर चांदी, तांबे या स्टील के बर्तन खरीदना शुभ होता है।
मान्यता है कि बर्तन में मिठाई, चावल या सिक्के रखकर घर लाना चाहिए।
चम्मच, कटोरी या थाली: रसोई में इन नई वस्तुओं का आना देवी लक्ष्मी का स्वागत माना जाता है।
घी का दीया और तेल: इस दिन नया घी और दीपक खरीदना शुभ है क्योंकि यह अंधकार दूर करने का प्रतीक है।
धनतेरस पर खरीद सकते हैं ये शुभ चीजें
झाड़ू: लक्ष्मी का प्रतीक मानी जाती है। झाड़ू से नकारात्मकता हटती है और घर में समृद्धि आती है।
लक्ष्मी-गणेश की मूर्ति: पूजा के लिए नयी मूर्ति लेना उत्तम है।
कौड़ी, गोमती चक्र, या श्रीयंत्र: धन वृद्धि और व्यापार में सफलता के लिए खरीदे जाते हैं।

धनतेरस पर क्या नहीं खरीदना चाहिए (अशुभ वस्तुएं)
काला या नीला कपड़ा: नकारात्मकता का प्रतीक माना जाता है।
तेल, दही या दूध के उत्पाद शाम को: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार अशुभ समय में खरीदना मना है।
कांच, एल्यूमीनियम या लोहे के बर्तन रात में: इससे आर्थिक हानि और विवाद हो सकते हैं।
कांटा-छुरी या लोहे के औजार: ये नकारात्मकता का प्रतीक माने जाते हैं।
खाली बर्तन: बर्तन हमेशा कुछ भरकर ही घर लाएँ (जैसे चावल या मिठाई रखकर)।