
नारी डेस्क: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में सोमवार को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए। इनमें से एक जवान उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के रहने वाले प्रभात गौड़ थे। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से वह वीरगति को प्राप्त हुए।
शहीद का पार्थिव शरीर आज पहुंचेगा गांव
शहीद प्रभात गौड़ का पार्थिव शरीर आज उनके पैतृक गांव पाली आनंदगढ़ी (थाना नरसेना क्षेत्र, बुलंदशहर) पहुंचाया जाएगा। जैसे ही गांव और परिवार को उनके शहीद होने की खबर मिली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। लोग बड़ी संख्या में श्रद्धांजलि देने के लिए घर पहुंच रहे हैं।
कौन थे प्रभात गौड़?
प्रभात गौड़ वर्ष 1998 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वे जेसीओ (Junior Commissioned Officer) रैंक पर तैनात थे और पैरा कमांडो यूनिट में शामिल थे। शहीद होने से पहले वे जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में ड्यूटी पर थे। उन्होंने अपनी पढ़ाई बुलंदशहर के अमरगढ़ स्थित जवाहर ज्योति इंटर कॉलेज से की थी।
शहीद का परिवार
प्रभात गौड़ के परिवार में तीन भाई हैं। सबसे बड़े भाई गाजियाबाद में व्यवसाय करते हैं। प्रभात गौड़ स्वयं सेना में कार्यरत थे। सबसे छोटे भाई एक निजी कंपनी में नौकरी करते हैं। उनका परिवार गाजियाबाद के राजनगर में भी रहता है। बच्चों की जिम्मेदारी अब देश पर प्रभात गौड़ के दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही है।छोटा बेटा अभी स्कूल में पढ़ाई कर रहा है। शहादत की खबर मिलने के बाद से घर पर लोगों की भीड़ लगातार बनी हुई है। सोमवार की शाम को ही उनका परिवार अपने गांव लौट आया था।
अंतिम विदाई की तैयारी
गांव में आज शहीद प्रभात गौड़ को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी जाएगी। पूरा गांव, प्रशासन और सेना उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए तैयार है। देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने वाले इस वीर जवान की शहादत को सदा याद किया जाएगा।