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स्ट्रोक के 1 महीने पहले दिखने लगते हैं ये 5 बड़े लक्षण, जल्दी करें 2 काम, बच जाएगी  जान

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 22 Nov, 2025 10:21 AM
स्ट्रोक के 1 महीने पहले दिखने लगते हैं ये 5 बड़े लक्षण, जल्दी करें 2 काम, बच जाएगी  जान

 नारी डेस्क:  जब दिमाग तक जाने वाली ऑक्सीजन या खून की सप्लाई किसी कारण रुक जाती है, तो स्ट्रोक होता है। यह कुछ ही मिनटों में पैरालिसिस, बोलने में समस्या या मौत का कारण भी बन सकता है। इसलिए स्ट्रोक को हमेशा मेडिकल इमरजेंसी समझना चाहिए।बहुत से लोग सोचते हैं कि स्ट्रोक अचानक होता है, लेकिन ऐसा हर बार नहीं होता। कई बार इसके लक्षण धीरे-धीरे कई हफ्तों या महीनों पहले ही दिखने शुरू हो जाते हैं। अगर इन्हें समय रहते पहचान लिया जाए, तो बड़े खतरे को टाला जा सकता है।

स्ट्रोक के शुरुआती संकेत

लगातार और असामान्य सिरदर्द

अगर आपको ऐसा तेज सिरदर्द होने लगे जो पहले कभी नहीं होता था, दवाओं से भी ठीक न हो और साथ में चक्कर, उल्टी या आंखों में धुंधलापन भी हो, तो यह स्ट्रोक का शुरुआती चेतावनी संकेत हो सकता है।

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चेहरे, हाथ या पैर में सुन्नपन या कमजोरी

स्ट्रोक आने से पहले शरीर के किसी एक हिस्से में जैसे चेहरा, एक हाथ या एक पैर अचानक झनझनाहट, सुन्नपन या कमजोरी महसूस हो सकती है। कभी-कभी यह कमजोरी कुछ मिनटों के लिए आती है और फिर गायब हो जाती है, जिसे लोग नजरअंदाज कर देते हैं। यही गलती भारी पड़ सकती है।

बोलने में दिक्कत या दूसरों की बात न समझ पाना

भाषा से जुड़े लक्षण स्ट्रोक से पहले बहुत आम हैं। इनमें शामिल हैं

शब्द अटकना

जल्दी-जल्दी बोलना

साफ न बोल पाना

दूसरों की बात समझने में कठिनाई

अगर किसी व्यक्ति को अचानक यह समस्या हो, तो इसे गंभीर मानें।

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नजर की समस्या (Vision Problem)

स्ट्रोक से पहले दृष्टि पर भी असर पड़ सकता है। जैसे: धुंधला दिखना, डबल विजन, एक या दोनों आंखों से कम दिखना, अचानक चमक या रोशनी दिखना
कभी-कभी विज़न का कोई हिस्सा गायब भी हो सकता है।

चक्कर आना, बैलेंस बिगड़ना और चलने में दिक्कत

अगर चलते समय लड़खड़ाहट होने लगे, बैलेंस बिगड़ने लगे या तेज चक्कर आए, तो यह भी दिमाग में रक्त प्रवाह कम होने का संकेत हो सकता है।
ये लक्षण धीरे-धीरे भी बढ़ सकते हैं।

स्ट्रोक से खुद को कैसे बचाएं?

स्ट्रोक से बचाव के लिए जीवनशैली और मेडिकल कंट्रोल सबसे महत्वपूर्ण हैं।

ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखें: उच्च रक्तचाप स्ट्रोक का सबसे बड़ा कारण है। नियमित जांच करवाएँ और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाएँ समय पर लें।

 हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं

 रोज कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें। फल, सब्जियाँ, मछली, होल ग्रेन और कम नमक-तेल वाला खाना खाएं।  धूम्रपान छोड़ें, शराब कम पिएं, डायबिटीज और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल में रखें, तनाव कम करें। इन दो मुख्य काम ब्लड प्रेशर नियंत्रण और सही जीवनशैली से स्ट्रोक का खतरा काफी हद तक कम किया जा सकता है।  

 

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