नारी डेस्क: दक्षिण भारत अपने भव्य मंदिरों और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता है। अगर आप साउथ इंडिया घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो इन पांच मंदिरों के दर्शन जरूर करें। ये न केवल धार्मिक आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि अपनी खूबसूरती और इतिहास के कारण भी प्रसिद्ध हैं।
तिरुपति तिरुमला मंदिर (आंध्र प्रदेश)
आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित तिरुपति तिरुमला मंदिर भगवान विष्णु को समर्पित है। यह भारत के सबसे लोकप्रिय मंदिरों में से एक है। भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करने हर साल लाखों भक्त यहां आते हैं। यह मंदिर सात पहाड़ियों के बीच स्थित है और इसकी वास्तुकला मनमोहक है। मान्यता है कि यहां दर्शन करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विदेशों से भी लोग इस मंदिर की भव्यता और धार्मिकता को अनुभव करने आते हैं।
सबरीमाला मंदिर (केरल)
केरल के प्रसिद्ध सबरीमाला मंदिर में भगवान अय्यप्पा विराजमान हैं। यह तीर्थस्थल हर साल लाखों भक्तों को आकर्षित करता है। यह मंदिर घने जंगलों और खूबसूरत पहाड़ियों के बीच स्थित है। सबरीमाला की यात्रा कठिन होती है, लेकिन यह भक्तों को आध्यात्मिक संतोष प्रदान करती है। भगवान अय्यप्पा के भक्त 41 दिनों का व्रत रखकर यहां दर्शन करने आते हैं। यहां का प्राकृतिक नजारा और शांत वातावरण किसी को भी मंत्रमुग्ध कर देता है।
मदुरै मीनाक्षी अम्मन मंदिर (तमिलनाडु)
तमिलनाडु के मदुरै शहर में स्थित मीनाक्षी अम्मन मंदिर देवी मीनाक्षी और भगवान शिव को समर्पित है।यह दक्षिण भारत के सबसे बड़े और प्राचीन मंदिरों में से एक है। मंदिर की गगनचुंबी गोपुरम और सुंदर नक्काशी इसकी पहचान है। यह मंदिर हिंदू शादियों और विशेष पूजा के लिए प्रसिद्ध है। इसकी भव्यता और रंग-बिरंगी वास्तुकला पर्यटकों को भी आकर्षित करती है।
रामेश्वरम मंदिर (तमिलनाडु)
रामेश्वरम मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मंदिर राम सेतु के पास स्थित है। धार्मिक मान्यता है कि भगवान राम ने लंका जाने से पहले यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। मंदिर का विशाल गलियारा और समुद्र किनारे का नजारा अद्वितीय है। यहां स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है। यहां की यात्रा धार्मिक और ऐतिहासिक दोनों दृष्टियों से महत्वपूर्ण मानी जाती है।
विरुपाक्ष मंदिर (कर्नाटक)
कर्नाटक के हम्पी में स्थित विरुपाक्ष मंदिर भगवान शिव को समर्पित है।यह विजयनगर साम्राज्य के समय का एक प्रमुख धार्मिक केंद्र था। मंदिर की नक्काशी और भव्यता इसे एक ऐतिहासिक धरोहर बनाती है। यहां दर्शन करने से सुख और शांति मिलती है। हम्पी की प्राकृतिक सुंदरता के बीच यह मंदिर एक प्रमुख आकर्षण है।
दक्षिण भारत के ये मंदिर न केवल धार्मिक आस्था के प्रतीक हैं, बल्कि इनकी वास्तुकला और प्राकृतिक सौंदर्य भी अद्भुत है। इन मंदिरों की यात्रा न केवल आपको अध्यात्म से जोड़ती है, बल्कि भारतीय संस्कृति और इतिहास की झलक भी दिखाती है। अगर आप साउथ इंडिया की यात्रा की योजना बना रहे हैं, तो इन मंदिरों के दर्शन जरूर करें।