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शनिदेव की पानी है कृपा तो घर के बाहर लगाएं ये पेड़, हर परेशानी से मिलेगी मुक्ति !

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 17 Jan, 2025 08:15 PM
शनिदेव की पानी है कृपा तो घर के बाहर लगाएं ये पेड़, हर परेशानी से मिलेगी मुक्ति !

नारी डेस्क: हिन्दू धर्म में कई पेड़ों की पूजा की जाती है, जिनमें से एक है नीम। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नीम के पेड़ का संबंध शनि और केतु ग्रह से है और इस पौधे की उपस्थिति घर को शनि दोषों से मुक्त रखने में मदद करती है। यदि आपके घर में नीम का पौधा लगा है तो इसकी नियमित पूजा से कई दोषों से मुक्ति भी मिलती है, विशेषकर अगर इसे सही दिशा में लगाया जाए। 

 

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नीम का पेड़ लगाने की सही दिशा

वास्तु शास्त्र के अनुसार, नीम का पेड़ घर के सामने लगाने से  सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है। यह पेड़ नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और घर में शांति और समृद्धि लाता है। यह पेड़ दक्षिण या पश्चिम कोने में लगाना सबसे अच्छा माना जाता है, इससे घर में रहने वालों पर सकारात्मक प्रभाव  पड़ता है।

 

ना करें ये गलती

अगर नीम का पेड़ गलत दिशा में लगाया जाए, तो यह प्रकाश और हवा के प्रवाह को बाधित कर सकता है। वहीं ऐसे लोगों को नीम का पेड़ नहीं लगाना चाहिए जिनके घर में मांस मदिरा का सेवन होता है और जिनके घर के बाहर कोई खुली जगह नहीं है। इस तरह के घरों में लगा हुआ नीम का पौधा फायदे की जगह कष्टों का कारक बन सकता है।

 

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नीम के पेड़ के फायदे

नीम का पेड़ प्रदूषण को कम करता है और हवा को शुद्ध करता है। यह मच्छरों और कीटों  को दूर रखने में मदद करता है, जिससे घर का वातावरण साफ और स्वस्थ रहता है। नीम की पत्तियां, छाल, और फल औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं, जो विभिन्न बीमारियों  के उपचार में उपयोगी हैं। यह पेड़ अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुणों के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।

 

धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व

नीम का पेड़ धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है और इसे पवित्र माना जाता है। इसका उपयोग कई धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। वैसे तो नीम के पेड़ में नियमित रूप से जल चढ़ाना चाहिए, लेकिन यदि आप ऐसा नहीं कर पाते हैं तो  रविवार के दिन सूर्योदय के समय जल जरूर चढ़ाएं। इससे आपकी कुंडली में कोई भी अशुभ फल दूर रहता है और ग्रहों को शांत करने में मदद मिलती है।
 

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