हिंदू धर्म में हर धार्मिक समारोह करने से पहले श्रीगणेश जी की पूजा होता है इसलिए उनकी प्रथम पूजनीय के नाम से पूजा की जाती है। माना जाता है कि सच्चे मन से भगवान गणेश जी की भक्ति करने से जीवन की परेशानियां दूर होकर जिंदगी में खुशहाली आती है। इसके साथ ही बुधवार का दिन गणपति देव जी का माना जाता है। ऐसे में इन दिन भगवान गणपति के108 नामों का जाप करने से दुखों का अंत होने से साथ मन की इच्छा पूरी होती है।
तो चलिए अब जानते हैं प्रथम पूजनीय श्री गणेश के 108 नाम और उनका अर्थ...
1) एकदन्त – एक दांत वाले
2) बालगणपति – सबसे प्रिय बालक
3) भालचन्द्र – जिसके मस्तक पर चंद्रमा हो
4) बुद्धिनाथ – बुद्धि के भगवान
5) धूम्रवर्ण – धुंए को उड़ाने वाले
6) एकाक्षर – एकल अक्षर
7) गजकर्ण – हाथी की तरह आंखों वाले
8) गजानन – हाथी के मुख वाले भगवान
9) गजवक्र – हाथी की सूंड वाले
10) महेश्वर – सारे ब्रह्मांड के भगवान
11) गणाध्यक्ष – सभी जनों के मालिक
12) गणपति – सभी गणों के मालिक
13) गौरीसुत – माता गौरी के बेटे
14) लम्बकर्ण – बड़े कान वाले देव
15) लम्बोदर – बड़े पेट वाले
16) गजवक्त्र – हाथी की तरह मुंह है
17) महाबल – अत्यधिक बलशाली
18) महागणपति – देवादिदेव
19) मंगलमूर्ति – सभी शुभ कार्यों के देव
20) सिद्धिदाता – इच्छाओं और अवसरों के स्वामी
21) मूषकवाहन – जिनका सारथी मूषक है
22) निदीश्वरम – धन और निधि के दाता
23) शूपकर्ण – बड़े कान वाले देव
24) शुभम – सभी शुभ कार्यों के प्रभु
25) प्रथमेश्वर – सब के बीच प्रथम आने वाले
26) सिद्दिविनायक – सफलता के स्वामी
27) सुरेश्वरम – देवों के देव
28) वक्रतुण्ड – घुमावदार सूंड वाले
29) अखूरथ – जिसका सारथी मूषक है
30) अलम्पता – अनन्त देव
31) अमित – अतुलनीय प्रभु
32) अनन्तचिदरुपम – अनंत और व्यक्ति चेतना वाले
33) अवनीश – पूरे विश्व के प्रभु
34) अविघ्न – बाधाएं हरने वाले
35) भुवनपति – देवों के देव
36) भीम – विशाल
37) भूपति – धरती के मालिक
38) देवांतकनाशकारी – बुराइयों और असुरों के विनाशक
39) बुद्धिप्रिय – ज्ञान के दाता
40) बुद्धिविधाता – बुद्धि के मालिक
41) चतुर्भुज – चार भुजाओं वाले
42) देवादेव – सभी भगवान में सर्वोपरि
43) द्वैमातुर – दो माताओं वाले
44) देवव्रत – सबकी तपस्या स्वीकार करने वाले
45) दूर्जा – अपराजित देव
46) देवेन्द्राशिक – सभी देवताओं की रक्षा करने वाले
47) धार्मिक – दान देने वाले
48) एकदंष्ट्र – एक दांत वाले
49) ईशानपुत्र – भगवान शिव के बेटे
50) गदाधर – जिनका हथियार गदा है
51) कपिल – पीले भूरे रंग वाले
52) गुणिन – सभी गुणों के ज्ञानी
53) हरिद्र – स्वर्ण के रंग वाले
54) हेरम्ब – मां का प्रिय पुत्र
55) गणाध्यक्षिण – सभी पिंडों के नेता
56) कवीश – कवियों के स्वामी
57) कीर्ति – यश के स्वामी
58) कृपाकर – कृपा करने वाले
59) कृष्णपिंगाश – पीली भूरी आंख वाले
60) क्षेमंकरी – माफी प्रदान करने वाला
61) क्षिप्रा – आराधना के योग्य
62) मनोमय – दिल जीतने वाले
63) मृत्युंजय – मौत को हराने वाले
64) प्रमोद – आनंद
65) मुक्तिदायी – शाश्वत आनंद के दाता
66) नादप्रतिष्ठित – जिन्हें संगीत से प्यार हो
67) नमस्थेतु – सभी बुराइयों पर विजय प्राप्त करने वाले
68) नन्दन – भगवान शिव के पुत्र
69) सिद्धांथ – सफलता और उपलब्धियों के गुरु
70) पीताम्बर – पीले वस्त्र धारण करने वाले
71) मूढ़ाकरम – जिनमें खुशी का वास होता है
72) पुरुष – अद्भुत व्यक्तित्व
73) रक्त – लाल रंग के शरीर वाले
74) रुद्रप्रिय – भगवान शिव के चहेते
75) शशिवर्णम – जिनका रंग चंद्रमा को भाता हो
76) सर्वसिद्धांत – कौशल और बुद्धि के दाता
77) सर्वात्मन – ब्रह्मांड की रक्षा करने वाले
78) ओमकार – ओम के आकार वाले
79) सर्वदेवात्मन – सभी स्वर्गीय प्रसाद के स्वीकर्ता
80) शुभगुणकानन – जो सभी गुणों के गुरु हैं
81) श्वेता – जो सफेद रंग के रूप में शुद्ध हैं
82) सिद्धिप्रिय – इच्छापूर्ति वाले
83) स्कन्दपूर्वज – भगवान कार्तिकेय के भाई
84) सुमुख – शुभ मुख वाले
85) स्वरूप – सौंदर्य के प्रेमी
86) वरप्रद – इच्छाओं और अवसरों के अनुदाता
87) उद्दण्ड – शरारती
88) उमापुत्र – पार्वती के पुत्र
89) वरगणपति – अवसरों के स्वामी
90) विघ्नहर – बाधाओं को दूर करने वाले
91) वरदविनायक – सफलता के स्वामी
92) वीरगणपति – वीर प्रभु
93) विद्यावारिधि – बुद्धि के देव
94) तरुण – जिनकी कोई आयु न हो
95) विघ्नहत्र्ता – विघ्न हरने वाले
96) विघ्नविनाशन – बाधाओं का अंत करने वाले
97) विघ्नराज – सभी बाधाओं के मालिक
98) विघ्नराजेन्द्र – सभी बाधाओं के भगवान
99) विघ्नविनाशाय – बाधाओं का नाश करने वाले
100) विघ्नेश्वर – बाधाओं के हरने वाले भगवान
101) विकट – अत्यंत विशाल
102) योगाधिप – ध्यान के प्रभु
103) विश्वमुख – ब्रह्मांड के गुरु
104) विश्वराजा – संसार के स्वामी
105) यज्ञकाय – सभी बलि को स्वीकार करने वाले
106) यशस्कर – प्रसिद्धि और भाग्य के स्वामी
107) यशस्विन – सबसे प्यारे और लोकप्रिय देव
108) विनायक – सब के भगवान
- रोजाना सुबह गणेश जी के इन नामों का जाप करने से जीवन की परेशानियां दूर होती है।
- घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने के साथ माहौल खुशनुमा रहता है।
- अन्न व धन से जुड़ी परेशानियां दूर होकर आय के नए स्त्रोत बनते हैं।
- गणेश जी को बुद्धि के देवता कहा जाता है। ऐसे में इनकी पूजा करने से ज्ञान में वृद्धि होती है।
- कार्यक्षेत्र में सफलता मिलने के साथ समाज में मान-सम्मान बढ़ता है।
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