18 OCTFRIDAY2024 8:54:02 PM
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भारत की इन नदियों को माना जाता है सबसे पवित्र, कार्तिक माह में यहां स्नान करने से धुल जाएंगे सारे पाप

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 18 Oct, 2024 06:55 PM
भारत की इन नदियों को माना जाता है सबसे पवित्र, कार्तिक माह में यहां स्नान करने से धुल जाएंगे सारे पाप

नारी डेस्क: कार्तिक माह हिंदू धर्म में अत्यधिक पवित्र और धार्मिक महत्व का समय माना जाता है। इस महीने में स्नान और दान करने का विशेष महत्व होता है। विशेष रूप से पवित्र नदियों, तीर्थ स्थलों और धार्मिक स्थलों पर स्नान करना अत्यंत लाभकारी माना जाता है। कार्तिक स्नान के दौरान किए गए स्नान और पूजा से विशेष पुण्य मिलता है। चलिए आपको बताते हैं कुछ प्रमुख पवित्र स्थान के बारे में 

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गंगा नदी 

गंगा नदी को मोक्ष देने वाली नदी माना जाता है। कार्तिक माह में  हरिद्वार, वाराणसी, प्रयागराज, ऋषिकेशमें स्नान करने से पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। खासकर वाराणसी और प्रयागराज में स्नान करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
   

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यमुना नदी

 यमुना नदी भगवान श्रीकृष्ण से जुड़ी हुई है, और कार्तिक माह में मथुरा, वृंदावन यमुना स्नान का विशेष धार्मिक महत्व होता है। इस नदी में स्नान करने से जीवन के कष्टों का निवारण होता है और मन शुद्ध होता है।

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सरयू नदी 

अयोध्या में सरयू नदी का धार्मिक महत्व भगवान राम से जुड़ा है। कार्तिक माह में सरयू नदी में स्नान करने से भगवान राम का आशीर्वाद प्राप्त होता है और सभी पापों का नाश होता है।

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नर्मदा नदी 

नर्मदा नदी को पवित्रता और मोक्ष का प्रतीक माना जाता है। ओंकारेश्वर, महेश्वर, होशंगाबाद में कार्तिक स्नान करने से व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त होती है और यह धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक फलदायी है।

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क्षिप्रा नदी

उज्जैन का क्षिप्रा नदी के किनारे स्थित होना इसे एक प्रमुख तीर्थ स्थल बनाता है। कार्तिक माह में क्षिप्रा नदी में स्नान करने से जीवन में सुख और समृद्धि का वास होता है।

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गोदावरी नदी 

गोदावरी को दक्षिण की गंगा कहा जाता है।  नासिक, त्र्यंबकेश्वर में स्नान करने से जीवन के कष्ट और दोष समाप्त होते हैं और भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।

 

पुष्कर सरोवर 

 पुष्कर झील भगवान ब्रह्मा से जुड़ी हुई है और यहां कार्तिक पूर्णिमा के समय विशेष स्नान का महत्व है। यहां स्नान करने से तीर्थ स्नान का लाभ मिलता है और व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

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त्रिवेणी संगम

 त्रिवेणी संगम पर गंगा, यमुना, और अदृश्य सरस्वती नदियों का मिलन होता है। इस संगम में कार्तिक माह में स्नान करना अत्यधिक पुण्यकारी माना जाता है और सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है।

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कावेरी नदी
 
 कावेरी नदी का भी कार्तिक मास में स्नान करने का विशेष महत्व है। यहां स्नान करने से जीवन में समृद्धि और सुख की प्राप्ति होती है।

 

 कार्तिक स्नान के लाभ

पापों का नाश: धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कार्तिक माह में पवित्र नदियों में स्नान करने से पिछले जन्म और वर्तमान जीवन के पापों का नाश होता है।

मोक्ष की प्राप्ति: मोक्ष की कामना करने वाले भक्तों के लिए कार्तिक स्नान अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह व्यक्ति को जन्म-मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाने वाला माना जाता है।

स्वास्थ्य लाभ: पवित्र नदियों में स्नान करने से शारीरिक और मानसिक शुद्धि होती है। इससे शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।


धार्मिक फल: कार्तिक मास में स्नान के बाद किए गए दान और पूजा से हजार गुना पुण्य प्राप्त होता है। इसका महत्व धर्मग्रंथों में भी बताया गया है।

शांति और समृद्धि: कार्तिक स्नान के बाद व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख का वास होता है। यह मन को शांत करता है और आंतरिक शुद्धि प्रदान करता है।

 

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