जन्माष्टमी के पावन पर्व की धूम देश भर में देखने को मिल रही है। जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाई जाती है। इस दिन भगवान श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप की पूजा की जाती है। जिन लोगों के घर में लड्डू गोपाल विराजमन हैं वह जन्माष्टमी से पहले ही उनका झूला सजाने में जुट जाते हैं। अगर आपने अभी तक झूला नहीं सजाया है तो यहां कुछ आइडिया दिए गए हैं जो आपका काम आसान कर सकते हैं।
झूला चुनना
सबसे पहले, आप एक सुंदर झूला चुनें। लकड़ी, धातु, या कपड़े से बना झूला इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आपके पास पहले से कोई झूला नहीं है, तो आप इसे ऑनलाइन या स्थानीय बाजार से खरीद सकते हैं।
फूलों से सजावट
आप झूले को ताजे फूलों से सजा सकते हैं। गुलाब, मोगरा, और गेंदे के फूल आमतौर पर पसंद किए जाते हैं। आप फूलों की माला बनाकर झूले के चारों ओर लटका सकते हैं।
लाइटिंग
झूले पर रंगीन रिबन, मोतियों की माला, और सजीले कपड़े भी लटका सकते हैं। यह झूले को और भी आकर्षक बना देगा। छोटे-छोटे LED लाइट्स या फेयरी लाइट्स का इस्तेमाल करें। इन्हें झूले के चारों ओर लपेटें ताकि रात में झूला चमकता रहे।
लड्डू गोपाल का श्रृंगार
झूले के नीचे एक सुंदर साड़ी या रेशमी कपड़ा बिछाएं। इसे अच्छे से सजाएं ताकि लड्डू गोपाल आराम से बैठ सकें। वहीं उनकी मूर्ति को को रंगीन पोशाक, मोर पंख की मुकुट, और आभूषणों से सजाए। आप लड्डू गोपाल के लिए छोटे-छोटे गहने भी तैयार कर सकते हैं, जैसे कि कंगन, हार, और बिछुए।
झूले के पास सजावट
झूले के आसपास छोटे-छोटे दीये, मोमबत्तियां, और फूलों के गुलदस्ते रखें। आप पास में एक छोटा सा मंदिर या पूजा की थाली भी सजा सकते हैं जिसमें धूप, दीपक, और मिठाई हो। कुछ स्थानों पर मिट्टी के छोटे-छोटे गोपाल, ग्वाल-बालों की मूर्तियां भी रखी जाती हैं, जो झूले के दृश्य को और भी जीवंत बनाते हैं।