05 DECFRIDAY2025 4:28:27 PM
Nari

छुटते-छुटते बची बच्ची की जान, गले में अटकी च्युइंग गम, तभी आए ‘रियल सुपरहीरोज’

  • Edited By Priya Yadav,
  • Updated: 21 Sep, 2025 04:21 PM
छुटते-छुटते बची बच्ची की जान, गले में अटकी च्युइंग गम, तभी आए ‘रियल सुपरहीरोज’

नारी डेस्क:  कहते हैं असली हीरो वही होता है, जो मुश्किल वक्त पर बिना सोचे-समझे मदद के लिए आगे बढ़े। ऐसा ही नज़ारा कन्नूर जिले में देखने को मिला, जहां एक छोटी बच्ची च्युइंग गम खाते वक्त अचानक दम घुटने की स्थिति में फंस गई। लेकिन वहां मौजूद कुछ युवाओं ने ‘रियल मार्वल्स’ बनकर उसकी जिंदगी बचा ली।

खेलते-खेलते फंसी सांस

बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुए सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि बच्ची अपनी साइकिल के पास खड़ी होकर च्यूइंग गम खा रही थी। कुछ ही देर बाद उसका दम घुटने लगा और घबराई बच्ची साइकिल लेकर पास खड़े आदमियों के पास मदद के लिए दौड़ पड़ी।

युवाओं ने तुरंत किया रेस्क्यू

वीडियो में दिखा कि वहां खड़े एक युवक ने तुरंत समझ लिया कि बच्ची की सांस अटक रही है। उसने झटपट बच्ची को गोद में उठाया और उसकी पीठ पर जोर से दबाना शुरू किया। इसी बीच पास में स्कूटी पर बैठे दूसरे शख्स ने भी मदद की। कुछ ही सेकंड में च्यूइंग गम बाहर निकल गया और बच्ची ने फिर से सामान्य रूप से सांस लेना शुरू कर दिया।

वीडियो हुआ वायरल, मंत्री ने की तारीफ

यह पूरी घटना कैमरे में कैद हो गई और वीडियो इंटरनेट पर तेज़ी से वायरल हो गया। केरल के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने भी फेसबुक पोस्ट कर युवाओं की सराहना की। उन्होंने लिखा “कन्नूर के पल्लिकारा में युवाओं ने एक बच्ची की जान बचाई, जिसका च्यूइंग गम से दम घुट रहा था। यह इंसानियत का सच्चा उदाहरण है।”

सोशल मीडिया पर मिली दाद

लोगों ने इस घटना पर युवाओं को ‘सुपरहीरो’ करार दिया। एक यूज़र ने लिखा “वो बच्ची हमेशा याद रखेगी कि कुछ इंसान उसके लिए देवदूत बनकर आए थे।” वहीं, दूसरे ने कहा “सबसे बड़ी समझदारी बच्ची ने दिखाई कि उसने तुरंत मदद मांगी।”

डॉक्टरों का कहना है कि छोटे बच्चों को च्यूइंग गम या हार्ड कैंडी देना हमेशा जोखिम भरा होता है, क्योंकि वे इसे चबाने के बजाय निगल लेते हैं। बेहतर है कि पैरेंट्स बच्चों को ऐसे खाद्य पदार्थ न दें और हमेशा उनके खाने-पीने पर नज़र रखें।
 

Related News