आज कल की टेंशन भरी दुनिया में हम अपनी सेहत पर पूरा ध्यान नहीं दे पाते जिस कारण हमारी प्रतिरोधक शक्ति कम होती जा रही है और इसके साथ ही वातावरण में प्रदूषण के कारण हमारा शरीर बीमारियों में घिरता जा रहा है।
हम जल्दी थक जाते है। कभी-कभी एलर्जी की शिकायत होती है, तो कभी जैसी बीमारियां आम देखने को मिल जाती हैं। लेकिन इन सब से निजात पाने के लिए एक बहुत ही हर्बल तरीके से कैप्सूल बनाया गया है जो कि भारत में पहली बार नीना लूना लेकर आई हैं। जो कि इस कार्यक्षेत्र में काफी सालों से काम कर रही हैं।
नीना लूना ने इस हर्बल तरीके के बारे में बताते हुए कहा, 'मोरिंगा एक ऐसा पौधा है जो कि इन बीमारियों से निजात पाने के लिए मदद करता है। दुनिया में मोरिंगा अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस पेड़ से पयार्प्त पत्ती का आयुर्वेद में 300 से अधिक बीमारियों पर सुखद प्रभाव देखने को मिला है। आयुर्वेद ने इस बात का दावा है कि मैडिकल इंसीच्यूट और रिसर्च सैटर में अध्यनन किया गया है और प्रमाण निकाले हैं। साउथ अफ्रीका में पहले चरण के एचआईवी पर सफलता पूर्वक ट्रायल के बाद वैज्ञानिक उम्मीद कर रहे हैं कि असाध्य रोगों के लिए वरदान सिद्द होगा।'
नीना लूना ने बताया कि उन्होंने एक ऐसा फेस मास्क और क्रीम बनाई है जिसमें एई. जी. एफ और समुद्री खनिज डाले गए हैं। अमेरिका में दो साल लूना डे स्पा पार्लर में ट्रायल करने के बाद भारत में जांलधर में इसे लांच कर रही हैं।
नीना लूना ने बताया कि इस मास्क में NATURAL GLUTATHIONE( skin whitening agent ) होता है जोकि स्कीन के लिए काफी अच्छा पाया जाता है। यह मां के पहले दूध या गाय के पहले दूध से बना होता है। इसमें मौलिक तत्व जैसे लैक्टोफिरिन और प्रोलाइन रिच पालीपैपटाईडज और ईजीएफ EGF पाया जाता है जिससे स्कीन से संबंधित कोई भी बीमारी से निजात पाने के लिए मदद मिलती है और स्कीन भी ताजा, शाइनिंग रहती है।
उन्होंने कहा,' यह एक कुदरती प्रोटीन है जो मां के पहले दूध में और गाय के पहले दूध में पाया जाता है। इसे अमेरिका में अंक स्पेशल तकनीक द्वारा निकाल कर खाद्य के रुप में बनाया है जोकि स्कीन (असाध्य चमड़ी) के रोगों में प्रयोग किया जा रहा है।' नीना ने बताया है कि इन प्रोड्क्टस से आपके शरीर को कोई भी साईड इफ्कैट नहीं होगा।
नीना लूना ने बताया है कि देशभगत यादगार हाल में 11 से 14 अप्रैल तक एक ही जगह पर इन प्रोड्क्टस को उपलब्ध करवाए जा रहे हैं।