नारी डेस्क: सही समय पर खाना खाना स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है। गलत समय पर भोजन करने से गंभीर बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है, विशेषकर मधुमेह रोगियों के लिए। हाल ही में एक रिसर्च में पाया गया है कि जो लोग देर से खाना खाते हैं, उनके शरीर में सुबह के समय इंसुलिन का स्तर ज्यादा होता है।
डिनर का महत्व
ब्रेकफास्ट को दिन का सबसे महत्वपूर्ण भोजन माना जाता है, लेकिन डिनर का भी अपनी जगह पर विशेष महत्व है। मधुमेह रोगियों के लिए रात का खाना सही समय पर करना अत्यधिक आवश्यक है, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। सही समय पर डिनर करने से न केवल ब्लड शुगर स्तर मेंटेन रहता है, बल्कि यह संपूर्ण स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
लेट नाइट डिनर के साइड इफेक्ट्स
डॉक्टर सुनील कुमार मिश्रा के अनुसार, रात को देर से खाना खाने से डायबिटिक रोगियों में इंसुलिन का स्तर बिगड़ जाता है। जब हम देर से खाना खाते हैं, तो हमारे शरीर का ग्लूकोस लेवल कम हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल में स्पाइक आ सकता है। यदि कोई व्यक्ति दिन में 3 बजे खाना खाकर रात को 10 बजे खाना खाता है, तो ऐसा होने की संभावना अधिक होती है। नियमितता न बनाए रखने से खाना पचने में दिक्कत होती है, जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है।
डिनर का सही समय
हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार, रात का खाना 7 से 8 बजे के बीच खाना सबसे उचित है। 9 बजे के बाद डिनर करने से बचना चाहिए, खासकर अगर खाना हैवी और चिकना है। देर रात का खाना वजन बढ़ाने, मेटाबॉलिज्म को धीमा करने और नींद पर नकारात्मक प्रभाव डालने में सहायक होता है, जो सभी डायबिटीज के जोखिम को बढ़ाते हैं।
रात को क्या खाएं?
डायबिटिक रोगियों के लिए रात के खाने में कुछ हेल्दी जैसें प्रोटीन: ग्रिल्ड चिकन या मछली। दाल, हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक, मेथी, या सरसों। दही, पनीर, गाजर, क्विनोआ, ब्राउन राइस और ओट्स।
डिनर की सही टाइमिंग और स्वस्थ आहार का पालन करना मधुमेह रोगियों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही समय पर खाना खाने से न केवल ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है, बल्कि यह समग्र स्वास्थ्य को भी बनाए रखता है। इसलिए, अपने खानपान की आदतों को सुधारें और बेहतर स्वास्थ्य के लिए सही समय पर डिनर करें।