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विवादों के बाद और भी ज्यादा बढ़ा तनिष्क का कारोबार, खरीदारों में हुआ इजाफा

  • Edited By Janvi Bithal,
  • Updated: 22 Oct, 2020 01:27 PM
विवादों के बाद और भी ज्यादा बढ़ा तनिष्क का कारोबार, खरीदारों में हुआ इजाफा

बीते दिनों तनिष्क के विज्ञापन के कारण कंपनी पर बहुत से सवाल उठाए गए। ऐड सामने आने पर विवाद इतना बढ़ गया कि कंपनी को उस ऐड तक को हटाना पड़ा। इस विज्ञापन के बाद लोगों ने एक तरफ जहां कंपनी को बायकॉट करने की मांग की वहीं अब कंपनी के खरीदारों की संख्या में इजाफा हुआ है। 

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दरअसल तनिष्क के विज्ञापन अभियान के निर्माता ने बताया कि लोगों ने कंपनी के ऐड को काफी बार देखा जिससे कंपनी की लोकप्रियता बढ़ी इसी के कारण इसके प्रोडक्ट्स को खरीदने वालों की भी संख्या में इजाफा हुआ।

इस ऐड अभियान को तैयार करने वाली एजेंसी What's Your Problem के मैनेजिंग पार्टनर और क्रिएटिव हेड अमित अकाली की मानें तो उन्होंने कहा ,' ऐड में सच्चाई पेश की है। इतना ही नहीं जब इस ऐड के विरोध में लोगों ने बोलना शुरू किया तो लोगों ने उनके खिलाफ भी आवाज उठानी शुरू कर दी। '

क्यों हटाया ऐड?

कंपनी की तरफ से ऐड को हटा दिया गया इस पर विज्ञापन निर्माता ने इस फैसले की वजह बताते हुए बताया कि कंपनी ने बढ़ते विवाद के बाद अपने कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए ये फैसला लिया था और इस ऐड को हटा दिया है। हमने तो सोचा ही नहीं था कि इस विज्ञापन पर लोग इतना विरोध करेंगे। 

लोग कर रहे खरीदारी 

इस विज्ञापन पर लोगों ने अपनी अलग-अलग राय दी। कुछ लोगों को इस ऐड में कुछ गलत नहीं लगा और कुछ ने इस पर जमकर निशाना साधा लेकिन अब कंपनी के समर्थन में आए लोग उन ट्रोलर्स को खरीदारी कर जवाब दे रहे हैं। इससे कहीं न कहीं कंपनी को इजाफा हो रहा है। 

क्यों हुआ था विवाद ?

दरअसल कंपनी द्वारा बनाई गई इस ऐड में मुस्लिम सास अपनी गर्भवती हिंदू बहू की गोद भराई की रस्म कर रही है। इसे देख बहुत से लोग भड़के । इस पर मैनेजिंग पार्टनर और क्रिएटिव हेड अमित अकाली ने कहा ,' लोग हमें सपोर्ट कर रहे हैं। वह आज भी ऐड को शेयर कर रहे हैं चाहे इसे हटा दिया गया हो लेकिन लोग इसे आज भी सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं।' हालांकि आपको यह भी बता दें कि इस ऐड पर बहुत से लोगों ने नाराजगी भी जताई थी। 

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अपनी सफाई पेश करते हुए अमित अकाली ने कहा ,' इस विज्ञापन को बनाने का हमारा कोई राजनीतिक मकसद नहीं था बल्कि हमनें विज्ञापन सिर्फ सांस्कृतिक वास्तविकताओं को दिखाने के मकसद से बनाया था।'  

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