नारी डेस्क: ताइवान के ताइपे शहर में हाल ही में आयोजित एक वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता में 90 वर्षीय चेंग चेन चिन-मेई ने सभी को हैरान कर दिया। चेंग चेन ने 45 किलो वजन उठाकर अपना ही पिछला रिकॉर्ड तोड़ा, जो उन्होंने पहले 35 किलो वजन उठाकर बनाया था। इस अद्भुत उपलब्धि ने न केवल प्रतियोगिता में मौजूद सभी लोगों को चौंका दिया, बल्कि पूरी दुनिया को यह संदेश दिया कि उम्र केवल एक संख्या है।
कैसे शुरू हुआ सफर?
चेंग चेन की जीवन यात्रा में एक महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब उन्हें कुछ साल पहले पार्किंसन बीमारी का पता चला। इस बीमारी से उबरने के लिए और अपनी सेहत को बेहतर बनाने के उद्देश्य से उन्होंने अपनी पोती की सलाह पर वेटलिफ्टिंग शुरू की। उनकी पोती ने उन्हें यह विश्वास दिलाया कि उम्र बढ़ने के बाद भी वे शारीरिक रूप से मजबूत हो सकती हैं और किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकती हैं।
कड़ी मेहनत और प्रेरणा से हासिल की सफलता
चेंग चेन ने पिछले साल से नियमित रूप से वेटलिफ्टिंग की प्रैक्टिस शुरू की। शुरुआत में उन्होंने 35 किलो वजन उठाया था और प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। धीरे-धीरे उन्होंने अपनी शारीरिक क्षमता को बढ़ाया और 45 किलो वजन उठाकर अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस सफलता के पीछे उनकी कड़ी मेहनत और समर्पण का ही हाथ था।
वेटलिफ्टिंग के फायदे
वेटलिफ्टिंग ने चेंग चेन की शारीरिक ताकत तो बढ़ाई ही, साथ ही मानसिक रूप से भी उन्हें मजबूती दी। पार्किंसन जैसी गंभीर बीमारी के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी मेहनत से यह साबित किया कि शरीर को फिट और स्वस्थ रखने के लिए कोई उम्र बाधा नहीं बन सकती।
दुनिया के लिए प्रेरणा
चेंग चेन ने यह साबित कर दिया कि उम्र सिर्फ एक संख्या है, और किसी भी उम्र में अपने लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। उनका यह रिकॉर्ड न केवल उनकी मेहनत का परिणाम है, बल्कि उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो उम्र बढ़ने के बाद शारीरिक सीमाओं के बारे में सोचते हैं। चेंग चेन की यह उपलब्धि यह दर्शाती है कि सही सोच, मेहनत और प्रेरणा से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
चेंग चेन की कहानी बुजुर्गों को एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है। उनका यह कदम हमें यह सिखाता है कि चाहे हम किसी भी उम्र के हों, अगर हमारी मानसिकता सकारात्मक हो और हम कठिन मेहनत करें, तो हम किसी भी चुनौती को पार कर सकते हैं।