02 MAYTHURSDAY2024 2:53:11 PM
Nari

इस मंदिर में आज भी चलती है भगवान श्रीकृष्ण की सांसे, हाथ में घड़ी पहनते हैं ठाकुर जी

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 13 Feb, 2024 06:55 PM
इस मंदिर में आज भी चलती है भगवान श्रीकृष्ण की सांसे, हाथ में घड़ी पहनते हैं ठाकुर जी

भगवान  श्री कृष्ण ऐसे अवतार हैं जो जीवन के हर रंग को अपने भीतर समाए हुए हैं।  बाल गोपाल को लोगों ने अलग-अलग तरीकों से देखा और अनुभव किया है।  उन्हें कन्हैया, माधव, श्याम, गोपाल, केशव, द्वारकेश या द्वारकाधीश, वासुदेव आदि नामों से भी जाना जाता है। माना जाता है कि श्रीकृष्ण पृथ्वी लोक पर 125 साल 6 महीने 6 दिन रहे थे, इसके बाद वह स्वधाम चले गए थे। आज हम आपको ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां श्रीकृष्ण को घड़ी पहनाई जाती है।

PunjabKesari
हम बात कर रहे हैं घरपुर गुजरात के स्वामी नारायण गोपीनाथ मंदिर की जहां श्री कृष्ण मूर्ति की कलाई पर घड़ी बंधी है जो प्लस रेट से चलती है। यह घड़ी  एक अंग्रेज ने बांधी थी जब उसे पता चला कि ठाकुर जी की मूर्ति में प्राण है।जब वह एक अंग्रेज भारत आया तो उसने इस मंदिर के बारे में सुना, वह दोबारा अपने देश लौटा और वहां से एक घड़ी लेकर आया। इस घड़ी की खासियत यह थी कि वह सिर्फ व्यक्ति की पल्स से चलती थी। अगर कोई इंसान जिंदा है तो ही वह घड़ी चलेगी और सही समय बताएगी। 

PunjabKesari
अंग्रेज ने उस घड़ी को श्री कृष्ण की कलाई पर बांध दिया, जिसके बाद वह सही समय दिखाते हुए चल पड़ी। कहा जाता है कि ठाकुर जी का श्रृंगार कराते समय जब घड़ी उतारते हैं तो वह बंद हो जाती है और मूर्ति के हाथ में पहनाते ही घड़ी फिर से चलने लगती है। मान्यता है कि गोपीनाथ जी श्री कृष्ण की मूर्ति स्वयं प्रागट्य प्रतिमा है, यह मूर्ति खुद प्रकट हुई थी इसे किसी शिल्पकार ने बनाया नहीं है। इसलिए इस मंदिर को लेकर लोगों में गहरी आस्था है।  

PunjabKesari
मंदिर के महंत ने बताया कि गोपीनाथ जी के मंदिर में हर दिन 9 झांकियां होती हैं। सुबह 4:30 बजे से मंगला झांकी के साथ ठाकुर जी के पट खुलते हैं। इसके बाद अलग-अलग समय पर धूप, शृंगार, राजभोग और शाम को धूप, ग्वाल, संध्या, उल्वाई और शयन झांकी होती है। इसमें बड़ी संख्या में स्थानीय लोग ठाकुर जी के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। 

Related News