बहुत से घरों में पुदीना, धनिया और हरी मिर्च की चटनी बनती हैं। ऐसे में आप यह सभी कुछ घर पर ही उगा सकते हैं। इससे जब भी आपका चटनी खाने का मन होगा तो आपके पास सभी सामग्री मौजूद होगी। दिल्ली की रहने वाली अनीता तिक्कू, जिनका घर किसी फार्महाउस से कम नहीं है उन्होंने घर पर ही चटनी गार्डन बनाने के कुछ टिप्स दिए हैं। अनीता तिक्कू पेशे से आर्किटेक्ट हैं और पिछले 4 सालों से छत पर उगी सामग्रियों से ही उनके घर में स्वादिष्ट चटनी बनाई जाती है।
अनीता ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान हम घर पर उपलब्ध चीजों से ही कुछ करने की कोशिश कर सकते हैं। मुझे लगा कि चटनी ऐसी चीज है जो आसानी से बन जाती है। वहीं इसकी सामग्री ढूंढना भी मुश्किल नहीं है। इन सभी पौधों को उगाने के लिए आपको बीज और सैपलिंग भी घर में ही मिल जाएगी।
चटनी गार्डन बनाने के लिए जरूरी सामग्री
हर भारतीय रसोई में साबुत धनिया जरूर मौजूद होता है। इसके अलावा, लाल सूखी मिर्च भी आसानी से मिल जाती है, जिसके कुछ बीज आप यूज में ला सकते हैं। टमाटर, हरा धनिया मार्कीट से आसानी से मिल जाएगा। इसे थोड़ा ज्यादा पकाकर उसके बीज इकट्ठे कर लें। पुदीना के लिए आप कुछ पुदीना की पत्तियां इस्तेमाल कर सकते हैं।
कैसे तैयार करें गार्डन?
1. सबसे पहले गमले तैयार करके इनमें पॉटिंग यानि खाद व पोषक तत्वों से भरपूर मिट्टी मिक्स करें। अब इसमें एक-एक करके बीज डालें। आप चाहें तो गमलें की बजाए इसमें पुरानी प्लास्टिक की बोतलें, टीन का डिब्बा या ग्रो बैग भी यूज कर सकते हैं।
2. अब साबुत धनिया को कपड़े में डालकर थोड़ा-सा मसल लें और बीज निकाल लें। इन्हें गमलें में डालकर मिट्टी की परत से ढक दें और फिर पानी दें।
3. मिर्च का पौधा उगाने के लिए इन्हें भी कपड़े में मसल कर बीज अलग करें। फिर इन्हें गमलें में डालकर मिट्टी से कवर करें। इसके बाद रोजाना पानी दें।
4. जब पौधे अंकुरित होने लगे और इनपर ऊपर पत्ते आ जाए तो पौध को अलग-अलग गमले में या प्लांटर में लगाएं।
5. पुदीना के लिए इसके ऊपर के 3-4 पत्तों को छोड़कर नीचे के सारे पत्ते निकाल लेें। इसके बाद इन्हें मिट्टी में बोएं। ध्यान रहे कि नीचे की तरफ जिस जगह से पत्ते निकल रहे थे, वह हिस्सा मिट्टी में दबे क्योंकि वहीं से बाद में जड़ निकलती है।
6. टमाटर के बीजों को भी आपको मिर्च के बीजों की तरह ही लगाना है क्योंकि इसके पेड़ भी जगह लेते हैं। इसके बीज भी एक-दूसरे से थोड़ी दूरी पर लगाएं।
जरूरी बात
ध्यान रखें कि एक ही गमले में बहुत से बीज न डालें। इन गमलों की मिट्टी में नमी रहे और कुछ दिनों में आपके बीज अंकुरित होने लगेंगे। धीरे-धीरे आपको आपकी उपज भी मिल जाएगी। बस फिर आपका चटनी गार्डन तैयार हो जाएगा।
गार्डनिंग में संयम बहुत जरूरी है इसलिए पहली बार में पौधें न लगें तो निराश न हों और दोबारा कोशिश करें। बता दें कि फिलहाल अनीता अपने गार्डन में पुदीना, धनिया, कुलफा, तुलसी, बनतुलसी, चौलाई, निम्बू, पोई साग और पालक जैसी चीजें उगा रही हैं।