दुनियाभर में कोरोना का कहर कम होने की बजाए बढ़ता ही जा रहा है। हालांकि वैज्ञानिक सुरक्षित और कारगार बनाने के काफी करीब हैं। इसी बीच WHO ने कोरोना वायरस को रोकने के लिए 4 कदमों को जरूरी बताया। उन्होंने कहा जब तक वैक्सीन बन नहीं जाती तब तक लोगों को अपनी सेफ्टी खुद करनी होगी, जिसके लिए 4 बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
WHO प्रमुख का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण दुनियाभर की स्वास्थ्य प्रणालियां, सामाजिक स्थितियां और अर्थव्यवस्था उलझा गई है। कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए लोगों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि अब भी वायरस का खतरा हमारे आसपास बना हुआ है। चलिए आपको बताते हैं कि क्या है वो 4 कदम, जिनका आपको ध्यान रखना है
भीड़-भाड़ को रोकना जरूरी
WHO प्रमुख का कहना है कि भले ही लॉकडाउन खुल चुके हो लेकिन धार्मिक स्थल, ऑफिस, नाइट क्लब, खेल स्टेडियम, जैसी जगहों पर भीड़ इकट्टी होने से रोकना है। इसके कारण संक्रमण अधिक फैल सकता है।
सार्वजनिक स्वास्थ्य
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए सबसे जरूरी है सार्वजनिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना। हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए कोरोना मरीजों की पहचान, लोगों की जांच, मरीज का आइसोलेशन और संपर्क में आए लोगों को ढूंढ कर जरूरी कदम उठाना।
लोगों को जागरूक करें
डब्ल्यूएचओ लोगों को ज्यादा से ज्यादा कोरोना संबंधी जानकारियों के बारे में जागरूक करने पर जोर देता है। उनका कहना है कि बार-बार हाथ धोना, सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और घर की साफ-सफाई को हल्के में लेना सही नहीं है। अगर हम नियमों का पालन करें तो बीमारी खुद ब खुद कंट्रोल में आ जाएगी।
बीमार लोगों का ख्याल रखना जरूरी
सेफ्टी के साथ हमें उन लोगों का भी ध्यान रखना है जो इस बीमारी से लड़ रहे हैं, ताकि वह खुद को अनावश्यक बोझ न बढ़े और लोगों की जान भी बचाई जा सके।
भारत के इस कदम की तारीफ की
भारत ने कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिस तरह डिजिटल तकनीक अपनाई, WHO ने उसकी तारीफ की है। बता दें कि भारत में 15 करोड़ से ज्यादा लोगों ने आरोग्य सेतु एप डाउनलोड किया, जिससे उन्हें पहले ही खतरे की चेतावनी मिली। वहीं, इस एप के जरिए कोरोना जांच, रिजल्ट और मामलों को ट्रेक करने में भी काफी मदद मिली।
इन 4 बातों का ध्यान रखकर कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है और इसके लिए देश में लॉकडाउन की भी जरूरत नहीं पड़ेगी।