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प्रैगनेंसी में बेबी मूवमेंट कब और कितनी होना जरूरी

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 06 Oct, 2022 04:36 PM

प्रैगनेंसी का अहसास ही हर महिला के लिए अलग होता है खासकर जब शिशु गर्म में हिल-जुल करता है वह पल महिला के लिए बेहद भावुक होते हैं और जैसे जैसे शिशु गर्भ में बड़ा होने लगता है तो यह हलचल भी बढ़ने लगती है, कई बार इस हलचल की वजह से दर्द भी हो सकता है। चलिए आज की इस वीडियो में आपको बताते हैं कि ये हलचल कैसी महसूस होती है और कब महसूस होगी? वहीं अगर आपको दिन में हलचल महसूस ना हो तो क्या करना जरूरी है।

पहली बार कब महसूस होगी बेबी की हलचल?

पहली बार गर्भवती को, शिशु की हलचल करीब 18 से 20 सप्ताह के बीच महसूस होनी शुरू होगी। अगर आप पहली बार प्रैगनेंट हुई हैं तो आपके समझने में वक्त लग सकता है कि ये बेबी की मूवमेंट है या गैस। जबकि पहले मां बन चुकी महिलाएं संकेतों को पहचान लेगी। कुछ को इस हिल-जुल का एहसास 16वें हफ्ते के आस-पास हो सकता है लेकिन अगर आप हैल्दी हैं या आपकी अपरा गर्भाशय की सामने की दीवार पर प्रत्यारोपित है तो चर्बी की परत या अपरा आपके शिशु की हलचल की प्रबलता को कम कर सकती है। इसका मतलब है कि आपको शिशु का हिलना-डुलना कुछ देर से महसूस हो सकता है। वहीं, अगर 24 सप्ताह तक आपको बेबी मूवमेंट महसूस नहीं हो रही तो डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह शिशु के दिल की धड़कन व अल्ट्रासाउंड स्कैन के जरिए यह पता करेंगी कि अंदर सब ठीक ठाक है या नहीं।

 

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हर दिन कितनी बार बेबी मूवमेंट महसूस होनी चाहिए?

हालांकि इस बात की कोई निर्धारित संख्या नहीं है कि शिशु दिन में कितनी बार मूवमेंट करेंगा। इसके लिए आपको कोई चार्ट बनाने की जरूरत नहीं है इसकी बजाए उसकी हलचल के तरीके को समझें। यानि की समझें कि वह किस समय एक्टिव रहता है और किस समय शांत।

 

अगर शिशु की हलचल महसूस ना हो तो क्या करना चाहिए?

 

कई बार महिलाएं इस बात को लेकर चिंतित हो जाती है कि शिशु ज्यादा हिल-जुल नहीं रहा है। ऐसा होने पर डाक्टरी सलाह ले और हर दिन एक निश्चित समय के आस-पास का ध्यान दें। जिस समय बच्चा ज्यादा एक्टिव होता है उस हलचल पर ध्यान दें। इसके लिए आप हलचल बढ़ाने के लिए कुछ तरीके अपना सकते हैं। जैसेः

 

1. थोड़ी देर काम छोड़ दीजिए, कुछ स्नैक्स खाएं और आराम करें। कई बार हिलते-जुलते रहने से शिशु हिंडोले लेकर सोता रहता है। जब आप शांत होते हैं आऱाम करते हैं या खाना खाते हैं तो वह भी उठ सकता है।

2. ठंडी व लिक्विड पेय पीएं। इससे शिशु तापमान में बदलाव महसूस होगा।

3. संगीत सुनें और नोट करें कि क्या शिशु कोई प्रतिक्रिया करता है।

 

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शिशु की हलचल को लेकर डॉक्टर से कब बात करनी चाहिए?

 

अगर ये छोटे-छोटे टिप्स के बावजूद भी शिशु हरकत ना करें तो अपन डॉक्टर से बात करें। हालांकि  कम हलचल होना भी एकदम सामान्य बात है। जैसे यदि आपकी अपरा गर्भाशय में आगे की तरफ बढ़ रही है या फिर आपका शिशु गर्भ में पीछे की तरफ मुंह करके लेटा हुआ है तो आपको उसकी कम हलचल महसूस होगी।

 

डॉक्टर चेकअप के जरिए शिशु की धड़कन सुन सकती हैं और अल्ट्रासाउंड स्कैन भी करवा सकती है।

 

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कब-कब कैसी होती है बेबी मूवमेंट?

जैसे-जैसे आपके शिशु की मांसपेशियां विकसित होती हैं, वह उन्हें मोड़ना और फैलाना शुरु कर देता है।

 

10 हफ्ते की प्रैग्नेंसी में शिशु अपना सिर हिला सकता है, अपने चेहरे को छूने के लिए हाथ बढ़ा सकता है और अपना जबड़ा खोल सकता है।

 

प्रैगनेंसी के करीब 13 हफ्ते में शिशु एमनियोटिक द्रव निगलना शुरु कर देगा।  कई बार आप जो खाती हैं उसका स्वाद एमनियोटिक द्रव में मिल जाता है, खासकर लहसुन जैसे तीक्ष्ण स्वाद। इसलिए आपके भोजन से शायद गर्भस्थ शिशु भी अपने पहले स्वाद चख रहा होगा।

 

शिशु हर समय हिलता-जुलता नहीं रहता और जैसे-जैसे वह बड़ा होगा वह ज्यादा देर तक सोने लगेगा। धीरे-धीरे आप पहचानने लगेगी कि वह कब हिलता है कब जागता है कब ज्यादा एक्टिव है यह आपको महसूस करने लगता है।

 

22वें हफ्ते की प्रेगनेंसी में शिशु गर्भ में पहुंच रही रोशनी की तरफ अपना सिर मोड़ना शुरु कर सकता है। इसी तरह 23 सप्ताह के करीब वह बाहर की आवाजें और शोर सुन सकता है और जब आप उससे बातें करें या संगीत सुनाए तो वह हिलकर अपनी प्रतिक्रिया दे सकता है।

 

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जब शिशु के तालमेल में सुधार आता है, तो वह अपना अंगूठा चूसना या गर्भनाल (अम्बिलिकल कॉर्ड) से खेलना भी शुरु कर सकता है।

 

शिशु गर्भ में अपनी स्थिति बदलता है तो भी आपको पता चल जाएगा क्योंकि तब आपके गर्भ के आकार में बदलाव आ सकता है।

 

प्रैग्नेंसी के आखिर टाइम में भी शिशु की गतिविधियां कुछ अलग होगी। शिशु के पास अब हिलने-डुलने के लिए कम जगह होती है, इसलिए शायद उसकी हलचल अब छोटी होगी, मगर आपको उसका हिलना-डुलना पहले की तरह की महसूस होना चाहिए।

 

तो यह थी प्रैगनेंसी पीरियड में बेबी मूवमेंट से जुड़ी अहम जानकारी। प्रैगनेंसी से जुड़े अपने सवालों को हमारे साथ साझा करें। ताकि अगरी वी़डियो में हम आपको उसी से जुड़ी जानकारी दें।

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