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Silver Chain Benefits : बच्चे को पहनानी है चांदी की चेन तो पहले जान लें जरूरी बातें

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 18 Dec, 2024 12:45 PM
Silver Chain Benefits : बच्चे को पहनानी है चांदी की चेन तो पहले जान लें जरूरी बातें

नारी डेस्क: चांदी को आयुर्वेद और परंपरागत चिकित्सा में औषधीय गुणों वाला धातु माना जाता है।  माना जाता है कि चांदी से मन शांत रहता है और इससे एनर्जी भी मिलती है। ऐसे में बच्चों को चांदी की चेन पहनाने की सलाह दी जाती है, इसे स्वास्थ्य और मानसिक विकास में कई लाभ हो सकते हैं। चांदी की चेन बच्चों के लिए शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के साथ-साथ धार्मिक और पारंपरिक दृष्टिकोण से भी फायदेमंद होती है। सही फिटिंग और गुणवत्ता सुनिश्चित करके इसे पहनाना बच्चों के लिए सुरक्षित और लाभकारी साबित हो सकता है।

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चांदी के औषधीय गुण 

शीतलता प्रदान करना:  चांदी का शरीर पर ठंडक का प्रभाव होता है, जो शरीर का तापमान संतुलित रखने में मदद करता है। यह बच्चों को सर्दी-खांसी जैसी समस्याओं से बचाने में सहायक हो सकता है।  
 

इम्यूनिटी बढ़ाना:   चांदी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करने में मदद करती है। छोटे बच्चों में अक्सर बीमारियां जल्दी लग जाती हैं, इसलिए चांदी पहनने से उनकी इम्यूनिटी में सुधार हो सकता है।  
 

एंटी-बैक्टीरियल गुण:  चांदी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर पर बैक्टीरिया और संक्रमण को दूर रखने में सहायक हैं।
 

सकारात्मक ऊर्जा:  चांदी नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने में सहायक मानी जाती है। यह बच्चों के मानसिक और भावनात्मक विकास के लिए अच्छा है।  
 

शरीर के संतुलन में सुधार:  चांदी इलेक्ट्रॉनिक तरंगों और विद्युत चुम्बकीय विकिरण को अवशोषित करती है, जो शरीर को संतुलित रखने में मदद करती है।  
 

त्वचा पर जलन से बचाव:  चांदी का धातु बच्चों की नाजुक त्वचा के लिए सुरक्षित और आरामदायक है। इससे त्वचा पर जलन या एलर्जी नहीं होती।  
 

खून को साफ रखना:  यह माना जाता है कि चांदी पहनने से शरीर में खून साफ रहता है, जिससे त्वचा पर मुंहासे या अन्य समस्याएं नहीं होतीं।  


परंपरागत और धार्मिक महत्व 

बच्चों को चांदी पहनाने को शुभ और उनकी सुरक्षा के लिए लाभकारी माना जाता है। यह बुरी नजर और नकारात्मक ऊर्जा से बचाने में सहायक होता है। कई परिवारों में जन्म के तुरंत बाद चांदी की चेन या पायल पहनाने की परंपरा होती है, जिससे बच्चे का स्वास्थ्य और समृद्धि बनी रहती है।  

 

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चांदी की चेन पहनाने से पहले ध्यान रखें ये बातें 

चेन का डिज़ाइन सरल और हल्का होना चाहिए।  यह सुनिश्चित करें कि चेन के किनारे तेज या धारदार न हों, जिससे बच्चे को चोट न लगे। चेन ज्यादा टाइट या ढीली नहीं होनी चाहिए। यह आरामदायक होनी चाहिए ताकि बच्चे को असुविधा न हो।  92.5% प्योर चांदी से बनी चेन ही बच्चों को पहनाएं। अशुद्ध चांदी त्वचा पर रिएक्शन कर सकती है।  चांदी समय के साथ काली पड़ सकती है, जिससे इसे नियमित रूप से साफ रखना जरूरी है। सफाई के लिए हल्के साबुन और गुनगुने पानी का उपयोग करें।  सोते समय बच्चों की चेन उतार दें, ताकि उनके सोने में कोई बाधा न हो और चेन टूटने या गले में फंसने का खतरा न रहे।  यदि बच्चे को किसी धातु से एलर्जी हो, तो चांदी पहनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें। अगर चेन पहनाना संभव नहीं है, तो आप चांदी के अन्य गहने जैसे चांदी की ब्रेसलेट, कड़ा, या पायल पहनाने का विकल्प चुन सकते हैं।  
 

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