वैशाख मास शुरु हो चुका है। इस महीने की पहली एकादशी यानी वरूथिनी एकादशी 7 मई को माई जाएगी। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा व व्रत रखने का विशेष महत्व है। इस शुभ दिन पर श्रीहरि के वामन अवतार की पूजा करने का महत्व है। मान्यता है कि इससे व्यक्ति मनचाहा फल मिलता है। इसके साथ ही वरूथिनी एकादशी पर कुछ खास उपाय करने से जीवन का अंधकार दूर होकर भाग्य चमकता है।
आइए जानते हैं कुछ उपायों के बारे में...
शादी की अड़चनें होगी दूर
श्रीहरि को पीला रंग अतिप्रिय है। इसलिए इस शुभ दिन पर विष्णु जी को पीली चना दाल और गुड़ का भोग लगाएं। साथ ही किसी गरीब व जरूरतमंद को पीली वस्तु या वस्त्र दान करें। इसके अलावा खुद भी पीले रंग के कपड़े धारण करें और पीली चीज खाएं। इससे शादी में आ रही बांधाएं दूर होगी।
घर में बनी रहेगी सुख-समृद्धि
बरूथिनी एकादशी के दिन भगवान श्री हरि का दक्षिणावर्ती शंख में गंगाजल भरकर अभिषेक करें। इससे दुर्भाग्य सौभाग्य में बदल जाएगा। साथ ही घर में सुख-समृद्धि, शांति व खुशहाली का वास होगा।
मिलेगा मनचाहा फल
इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की एक साथ पूजा करें। इससे आपकी हर इच्छा पूरी होगी या यूं कहें कि मनचाहे फल की प्राप्ति होगी।
दुखों से मिलेगा छुटकारा
बरूथिनी एकादशी के शुभ दिन पर पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करके अपने गलतियों की क्षमा मांगे। मान्यता है कि इस वृक्ष में श्रीहरि निवास करते हैं। इसलिए ऐसा करने से भगवान विष्णु की असीम कृपा मिलेगी।
आर्थिक स्थिति होगी मजबूत
भगवान विष्णु को तुलसी अति प्रिय है। इसलिए इस शुभ दिन पर उन्हें तुलसी की माला चढ़ाएं। इससे आंतरिक शांति मिलने के साथ काम में मन लगेगा। साथ ही आप पर श्रीहरि की कृपा होने से आर्थिक स्थिति मजबूत होगी।