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Tonsil Stone बने तो लापरवाही ना बरतें, गले में चिपके सफेद दानों को हटाने का देसी इलाज

  • Edited By Vandana,
  • Updated: 29 Oct, 2025 08:45 PM
Tonsil Stone बने तो लापरवाही ना बरतें, गले में चिपके सफेद दानों को हटाने का देसी इलाज

नारी डेस्कः सर्दी-जुकाम या संक्रमण के दौरान कई बार मुंह के अंदर, खासकर गले के पास सफेद या पीले रंग के टॉन्सिल दिखाई देने लगते हैं। इसे टॉन्सिल स्टोन भी कहते हैं। ये छोटे-छोटे दाने या परतें देखने में भले ही मामूली लगे लेकिन अक्सर यह टॉन्सिलाइटिस या बैक्टीरियल संक्रमण का संकेत होती हैं। ऐसे में गले में दर्द, निगलने में तकलीफ, बदबूदार सांस और बुखार जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। समय पर ध्यान न देने पर ये पस में बदलकर ज्यादा दर्दनाक रूप ले लेती हैं। सही घरेलू उपाय और देखभाल से इस समस्या को आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है।

क्या है टॉन्सिल स्टोन? (What is tonsil stone)

टॉन्‍स‍िल स्‍टोन एक तरह की पथरी है जो टॉन्‍स‍िल एर‍िया यानी गले में हो जाती है। टॉन्‍स‍िल स्‍टोन में डैड सैल्‍स, फूड, बलगम आद‍ि चीजें होती हैं ज‍िन्‍हें म‍िलाकर स्‍टोन बन जाता है। जब ये बन जाता है तो मुंह से बैक्टीर‍िया या फंगी के कारण बदबू आने आती है।   

गले में सफेद रंग के टॉनसिल होने के कारण और देसी इलाज

गले में सफेद रंग के टॉन्सिल (Tonsil White Spots) दिखना आम बात है, खासकर सर्दी, संक्रमण या इम्यून सिस्टम कमजोर होने पर। यह सिर्फ टॉन्सिल सूजन नहीं होती, बल्कि कई बार संक्रमण या पस (pus) का संकेत भी हो सकता है। आइए जानते हैं इसके मुख्य कारण और देसी इलाज 
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गले में सफेद टॉन्सिल होने के कारण

1. बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण
सबसे आम कारण Streptococcus नामक बैक्टीरिया है। इससे टॉन्सिल पर सफेद या पीले धब्बे बन जाते हैं और गला बहुत दर्द करता है।

2. सर्दी-जुकाम या गले में सूजन
ठंड लगने या बार-बार सर्दी-जुकाम होने से टॉन्सिल सूज जाते हैं और सफेद परत दिखने लगती है।

3. गले में पस (Tonsillitis Pus)
अगर संक्रमण ज्यादा बढ़ जाए तो टॉन्सिल में पस जमा हो जाती है जिससे सफेद दाने या पपड़ी दिखाई देती है।

4. मुंह की सफाई न रखना
मुंह और जीभ की गंदगी से बैक्टीरिया बढ़ते हैं और गले में संक्रमण कर देते हैं जैसे अगर आप दांतों को साफ नहीं करते या ठीक तरह से ब्रश नहीं करते तो टॉन्‍स‍िल स्‍टोन की समस्‍या हो सकती है।

5. कमजोर इम्यून सिस्टम
बार-बार संक्रमण होने का मतलब है कि शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर है।

यह भी पढ़ेंः सर्दी शुरू होते ही जोड़ दर्द से हो जाते परेशान तो ये देसी नुस्खे अभी से शुरू कर दें

टॉन्सिल होने के लक्षण

कान में तेज दर्द और मुंह से बदबू आना।
गले में खराश और खांसी आना।
खाना न‍िगलने में परेशानी होना।
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टॉन्‍स‍िल स्‍टोन का इलाज (Tonsil stone treatment)

अगर आपको टॉन्सिल स्टोन की समस्या बार-बार हो रही है तो डॉक्‍टर आपको एंटी-बायोट‍ि‍क्‍स खाने की सलाह भी दे सकते हैं। इससे बैक्‍टीर‍िया की संख्‍या को भी कम क‍िया जाता है और स्‍टोन बनने की समस्या भी नहीं होती। अगर आप घर पर हैं तो आप टूथब्रश की मदद से भी टॉन्‍स‍िल स्‍टोन को न‍िकाल सकते हैं नहीं तो डॉक्टर की मदद लें। इसके अलावा डॉक्टर टॉन्सिल्लेक्टोमी (Tonsillectomy)  या फिर लेजर टॉन्सिल क्रिप्टोलिसिस (Laser tonsil cryptolysis) की मदद से भी इस समस्या से बचा जा सकता है। 

घर पर टॉन्‍स‍िल स्‍टोन से कैसे पाएं छुटकारा?

घर पर टॉन्‍स‍िल स्‍टोन से छुटकारा पाने के लिए ओरल इर‍िगेटर की मदद ली जा सकती है।  ये मशीन टॉन‍िस स्‍टोन को भी न‍िकालने में मदद कर सकती है। अगर टॉन्‍स‍िल स्‍टोन आपको ज्‍यादा दर्द नहीं दे रहा है और शीशे में नजर आ रहा है तो इर‍िगेटर की मदद से स्टोन वाली जगह पर स्‍प्रे करें। फ‍िर कॉटन स्‍वैब की मदद से स्‍टोन को पकड़कर बाहर न‍िकाल लें। नमक वाले पानी से गरारे करने से भी आराम मिलता है। 
इससे भी स्‍टोन जल्‍दी न‍िकल जाएगा।

गले में सफेद टॉन्सिल होने पर आजमाएं ये देसी और घरेलू इलाज

1. गुनगुने नमक के पानी से गरारे
एक गिलास गर्म पानी में आधा चम्मच नमक डालें और दिन में 3–4 बार गरारे करें।
यह सूजन, बैक्टीरिया और दर्द-तीनों को कम करता है।

2. हल्दी वाला दूध
रात को सोने से पहले 1 गिलास गर्म दूध में आधा चम्मच हल्दी मिलाएं। यह गले की सूजन और संक्रमण को अंदर से ठीक करता है।

3. तुलसी और अदरक की काढ़ा
5-6 तुलसी की पत्तियां, थोड़ा अदरक और एक चुटकी काली मिर्च उबालें। इसे सुबह-शाम पिएं। इसमें एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

4. शहद और नींबू
एक चम्मच शहद में कुछ बूंदें नींबू की मिलाकर धीरे-धीरे चाटें। यह गले की खराश और दर्द में राहत देता है।

5. भाप लें (Steam Therapy)
गर्म पानी की भाप लें जिससे गले की जकड़न और पस ढीली होती है। दिन में 2 बार करना फायदेमंद है।

6. लहसुन या लौंग का सेवन
एक लौंग या लहसुन की कली को हल्का गर्म करके मुंह में रखें। इनके एंटीसेप्टिक गुण संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं।

टॉन्सिल की समस्या में बरतें ये सावधानियां

ठंडी चीज़ें (आइसक्रीम, ठंडा पानी, दही) न खाएं।
ज़्यादा मसालेदार खाना और धूम्रपान से बचें।
भरपूर नींद लें और गले को गर्म रखें।
अगर 3–4 दिन में सुधार न हो या बुखार बना रहे तो डॉक्टर से ज़रूर मिलें।

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