मालदीव में हर साल भारी मात्रा में लोग घूमने व छुट्टियां मनाने जाते हैं। वहीं 2021 के लंबे लॉकडाउन के बाद तो यह पर्यटकों का पसंदीदा टूरिस्ट डेस्टिनेशन बन गया। इसलिए पिछले 2 सालों से यहां पर भारी संख्या में पर्यटक पहुंचे। बता दें, मालदीव अपने खूबसूरत बीचों, प्राकृतिक नजारों से देशभर में मशहूर है। ऐसे में आम जनता से लेकर बॉलीवुड स्टार भी यहां घूमना पसंद करते हैं। ऐसे में अगर आप भी मालदीव के खूबसूरत नजारों का मजा लेने की सोच रहे हैं तो आज हम आपको इससे जुड़ी कुछ खास बातें बताते हैं, जो शायद ही आप जानते होंगे...
व्हेल शार्क की अच्छी खासी संख्या
मालदीव अपने बीचों के साथ व्हेल शार्क से भी मशहूर है। यहां पर आप भारी मात्रा में व्हेल शार्क देखने का मजा ले सकते हैं। आपको ये मछलियां समुंद्र में आसानी से ही तैरती हुई नजर आएगी।
मालदीव के बीच जन्नत के नाम से मशहूर
मालदीव के खूबसूरत बीचों में घूमने के लिए देश-विदेश से लोग आना पसंद करते हैं। यहां बीच ज्यादातर सफेद रेत से भरे हुए है। मालदीव का कोरलाइन बीच बहुत ही दुर्लभ माना जाता है। इन बीचों में घूमने का अलग ही अनुभव होता है। शायद इसलिए मालदीव के बीच दुनियाभर में जन्नत के नाम से फेमस है।
कई दुर्लभ कछुओं की प्रजाति
व्हेल शार्क की तरह मालगदीव के समुंद्र में आप कई तरह के दुर्लभ कछुओं की प्रजाति देखने का लुत्फ उठा सकते हैं। इन प्रजातियों में लेदर बैक से लेकर लंबी गर्दन, हरे रंग के कछुए आदि है।
दुनिया के सबसे बेहतरीन डाइविंग
मालदीव ट्रिप स्नॉर्कलिंग एक्टिविटीज किए बिना अधूरा लगता है। ऐसे में आप भी यहां जाकर पानी के नीचे अजूबी चीजों का अनुभव जरूर लें। आप यहां पर स्कूबा डाइविंग कर सकते हैं। इस दौरान आप सफेद रेत के समुद्र तट, कोरल रीफ्स, साफ पानी और जीवंत समुद्री जीवन को देखना का अद्भुत नजारे का एहसास कर सकते हैं। इसके अलावा डाइविंग दौरान आप शार्क, कछुए, मंटा किरणें, व्हेल शार्क जैसी चीजें देख व फोटो क्लिक करवा सकते हैं।
सूरज की किरणें बिल्कुल 90 डिग्री के एंगल पर पड़ती हैं
अगर आप भी मालदीव घूमने की सोच रहे हैं तो अपने साथ कम से कम एसपीएफ 50 की सनस्क्रीन जरूर लेकर जाएं। दरअसल, यहां पर सूरज की किरणें बिल्कुल 90 डिग्री के एंगल पर पड़ने से सनबर्न होने का खतरा अधिक रहता है। ऐसे में इससे बचने के लिए आप अपनी किट में सनसक्रीन जरूर रखें।
समुद्र तल से मात्र 1.5 मीटर की ऊंचाई बसा मालदीव
मालदीव की खासियत हैं कि यह दुनियाभर में सबसे समतल जगहों में जानी जाती है। बता दें, इसकी समुद्र तल से ऊंचाई करीब 1.5 मीटर है। दूसरों ओर खबरों की मानें तो यह दिन प्रति दिन सिकुड़ता जा रहा है। ऐसे में इसे इस दुनिया का सबसे छोटा देश माना गया है। इसे बचाने के लिए कई सारे कानून भी बनाएं गए हैं। मगर अनुमान लगाया जा रहा है कि प्रदूषण के कारण 2030 तक ये पूरी तरह समुद्र में डूब सकता है।
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