किडनी में स्टोन की समस्या से आज हर पांचवा छठा शख्स पीड़ित है। अगर समय रहते ध्यान दें तो किडनी स्टोन और इससे होने वाली दर्द से बचा जा सकता है। किडनी स्टोन से अगर बचना है तो घर का बना खाना खाएं। ज्यादा से ज्यादा पानी पिएं, पानी हमेशा बैठकर पिएं। मगर यदि किन्हीं भी कारणवश किडनी स्टोन बन गया है तो अपनी डाइट पर और भी ज्यादा ध्यान दें, क्योंकि इसे इग्नोर करने से स्टोन यूरीन पाइप में जाकर आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है। जिससे आपको यूरीन इंफेक्शन या फिर किडनी इंफेक्शन की परेशानी का भी सामना करना पड़ सकता है। तो चलिए आज जानते हैं, किडनी स्टोन होने पर आपको किन-किन चीजों से दूर रहना चाहिए...
पालक
पालक में ढेर सारा कैल्शियम होता है, जो किडनी स्टोन का साइज बड़ा करने के लिए जिम्मेदार आहार है। जिन लोगों के किडनी में स्टोन होता है, उन्हें कैल्शियम युक्त चीजों का सेवन कम से कम करना चाहिए। ऐसा न करने से यूरीन संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
चॉकलेट
किडनी स्टोन के पेशेंट्स को चॉकलेट से दूर रहना होगा। चॉकलेट में मौजूद ऑक्सीलेट तत्व किडनी की समस्या को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
टमाटर
कुछ लोगों को लगता है टमाटर में बीज की वजह से किडनी पेशेंट्स को इन्हें नहीं खाना चाहिए, मगर ऐसा नहीं है। असल में पालक और चॉकलेट की तरह टमाटर में भी ऑक्सीलेट तत्व पाए जाते हैं, जो किडनी स्टोन को बढ़ाने और इसकी वजह से पेट में दर्द पैदा करने के लिए जिम्मेदार होते हैं।
नमकीन चीजें
नमक युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करने से भी पथरी की समस्या में परेशानी बढ़ सकती है। असल में नमक पेट में जाकर कैल्शियम का रुप ले लेता है, जिस वजह से पथरी की परेशानी और बढ़ सकती है। ऐसे में नमक की मात्रा को भी डाइट में कम ही रखना चाहिए।
नॉनवेज का सेवन
किसी भी प्रकार के नॉनवेज मे प्रोटीन की मात्रा बेशुमार पाई जाती है, कैल्शियम की तरह प्रोटीन भी पथरी को बढ़ाने का काम करता है। नॉनवेज हो या फिर सी-फूड किसी भी प्रकार के हाई प्रोटीन भोजन का सेवन हफ्ते में 1 से अधिक बार न करें।
चाय-कॉफी
चाय और कॉफी में मौजूद कैफीन पथरी का आकार बढ़ाने के लिए जिम्मेदार आहार है। पथरी के मरीज खाली पेट चाय-कॉफी का सेवन करने से खास परहेज करें।
खाने योग्य पदार्थ:
किडनी स्टोन के पेशेंट्स अनाज में गेंहू,चावल , दालों में मूंद की दाल, फलों में अनार(बीज निकालकर), पपीता और सब्जियों में शिमला मिर्च, प्याज, ककड़ी, टिंडे, परवल, लौकी, तोरी, करेला, कद्दू, मूली का आचार, खीरा इत्यादि का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा जब भी भोजन करें तो सदैव हल्का और जैतून के तेल में बना खाना ही खाएं। इसके अलावा हल्की-फुल्की भूख लगने पर ओट्स के बिस्कुट नींबू वाली चाय के साथ खा सकते हैं।
कुछ ऐसा हो आपका डाइट प्लान....
नाश्ता में...
आधा कप दूध, सूजी से तैयार इडली या सूजी का पोहा, दलिया, परांठे की जगह रोटी के साथ एक सब्जी शामिल कर सकते हैं।
दोपहर के खाने में ...
1-2 पतली रोटियां, 1 कटोरी कोई भी सब्जी, अगर चाहें तो साथ में दाल या आधी कटोरी दही। छाछ पीने से परहेज करें, यह पेट को फुलाने के लिए जिम्मेदार होती है।
रात के वक्त...
2 पतली चपाती के साथ कोई भी सब्जी या फिर दाल या खिचड़ी का सेवन करें। रात का खाना सोने से 2 घंटे पहले समाप्त हो जाना चाहिए।