सावन का पावन महीना चल रहा है। इस बार सावन एक नहीं बल्कि दो महीने रहेगा ऐसे में भगवान शिव के भक्तों को उनकी पूजा के लिए एक नहीं बल्कि दो महीने मिलेंगे। श्रावण मास में शिवजी के भक्त पूरे श्रद्धा भाव के साथ पूजा करते हैं और भगवान शिव की पूजा करते हैं। इसके अलावा बहुत से लोग इस महीने में रुद्राभिषेक करते हैं। मान्यताओं के अनुसार, यदि शिव भक्त रुद्राभिषेक अपने घर में रखते हैं तो इससे उनके सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इसके अलावा रुद्राभिषेक के दौरान भगवान शिव को पवित्र जल, दूध, शहद, घी, और अन्य प्रसाद के साथ स्नान करवाया जाता है। यह सावन मास में एक लोकप्रिय अनुष्ठान माना जाता है जिसे भगवान शिव के लिए बहुत ही पवित्र माना जाता है। इस महीने में रुद्राभिषेक कब करना चाहिए आज आपको इसके बारे में बताएंगे तो चलिए जानते हैं....
इस दिन माना जाता है शुभ
सावन में रुद्राभिषेक का शुभ दिन सोमवार ही माना जाता है। किसी भी सावन सोमवार में आप रुद्राभिषेक कर सकते हैं। सावन के किसी भी सोमवार आप रुद्राभिषेक कर सकते हैं।
मिलेगा मनोवांछित फल
सोमवार को रुद्राभिषेक करने से आपको मनोवांछित फल मिलेगा। इसके अलावा आपकी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। वहीं सावन की शिवरात्रि में भी रुद्राभिषेक करना भी फायदेमंद रह सकता है।
सावन के शुरुआती दिनों में
मलमास पड़ने के कारण आप सावन की शुरुआत के 15 दिनों में और खत्म होने के 15 दिनों पहले कभी भी रुद्राभिषेक कर सकते हैं।
इस तिथि में करें रुद्राभिषेक
इसके अलावा आप 11-17 जुलाई तक और 17 अगस्त से 31 अगस्त के बीच किसी भी तिथि में रुद्राभिषेक कर सकते हैं।
क्यों करना चाहिए रुद्राभिषेक?
शरीर और मन होगा शुद्ध
शरीर और मन को शुद्ध करने के लिए आप रुद्राभिषेक कर सकते हैं। माना जाता है कि पवित्र जल में सफाई के गुण पाए जाते हैं जो शरीर को साफ और मन को शुद्ध करने में मदद करते हैं।
नकारात्मकता होगी दूर
इसके अलावा जीवन में आने वाली बाधाओं और नेगेटिविटी को दूर करने के लिए भी रुद्राभिषेक एक अच्छा उपाय है। यह नकारात्मकता और कार्य में आने वाली बाधाएं दूर करता है।
सब को मिलता है भगवान शिव का आशीर्वाद
रुद्राभिषेक बहुत ही पवित्र और शुभ माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि जो लोग इसमें शामिल होते हैं उन्हें भगवान के साथ जुड़ने और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त करने के मौका मिलता है।
रुद्राभिषेक के कुछ जरुरी नियम
. रुद्राभिषेक करने के लिए उपयुक्त दिन चुनें।
. इसके लिए इस्तेमाल की गई सामग्री में पवित्र जल, दूध, शहद, घी और अन्य प्रसाद शामिल करें।
. रुद्राभिषेक करने के लिए एक पुजारी को आमंत्रित करें और मंत्रों के साथ इसे करवाएं।
. भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग का अभिषेक करें।
. अनुष्ठान किसी साफ सुथरी जगह पर ही करें। मंदिर या फिर घर पर आप अनुष्ठान कर सकते हैं।
इन सारे नियमानुसार सावन में रुद्राभिषेक करने से आपके जीवन में सुख-समृद्धि आएगी।