ब्रेन ट्यूमर में दिमाग सही ढंग से काम करना बंद कर देता है। आमतौर पर इसे कैंसर से जोड़ा जाता है। मगर असल में ऐसा नहीं है। मगर फिर भी यह एक गंभीर व खतरनाक बीमारी है। यह व्यक्ति के केवल दिमाग पर ही असर नहीं करती। बल्कि इससे पूरा शरीर प्रभावित होता है। असल में हमारा दिमाग पूरी बॉडी का संचालन करता है। दिमाग के मुताबिक ही पूरी बॉडी सही तरीके से काम करती है। ऐसे में समय रहते इसके लक्षणों जानना और इसका इलाज करना बहुत आवश्यक है। तो चलिए आज 'वर्ल्ड ट्यूमर डे' पर हम आपको ब्रेन ट्यूमर होने के लक्षण, कारण और बचने के कुछ उपायों के बारे में बताते है। मगर उससे पहले जानते है कि आखिर ब्रेन ट्यूमर है क्या?
क्या है ब्रेन ट्यूमर?
जब व्यक्ति के दिमाग में कोशिकाएं असामान्य रूप से बढ़ने लगे तो इनमें गांठ बनने लगती है, इसी गांठ को ब्रेन ट्यूमर कहते हैं। यह दिमाग के खास हिस्सों में कोशिकाओं का गुच्छा बना देते है। कई बार तो ये कैंसर की गांठ में बदल जाती है, ऐसे में इसे नजरअंदाज करने की भूल नहीं करनी चाहिए।
कारण
वैसे तो अभी तक ब्रेन ट्यूमर के पीछे के असली कारणों के बारे में ठीक से कुछ कहा नहीं जा सकता। मगर फिर भी हम अपनी गलत लाइफ-स्टाइट, केमिकलयुक्त खाना, अनुवांशिक आदि के कारणों को ब्रेन ट्यूमर होने के पीछे जिम्मेदार मान सकते है।
अगर नीचे दिए लक्षण महसूस हो तो उसे अनदेखा करने की गलती न करें।
- सुबह उठते ही उल्टी आना
- लगातार सिरदर्द की शिकायत रहना। बहुत से लोगों को सुबह के समय में तेज सिर दर्द होता है। ऐसे में वे इसे माइग्रेन मान लेते है। मगर इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। यह ब्रेन ट्यूमर का कारण भी हो सकता है।
- शरीर पर नियंत्रण न होना। अगर सैरिब्रल में ट्यूमर हो तो मरीज को बॉडी में बैलेंस बनाने दिक्कत आती है।
- दिनभर के काम करने में मुश्किल आने का कारण पराइअटल लोब में ट्यूमर होना हो सकता है।
- इस बीमारी से परेशान मरीजों को मिर्गी की तरह दौरे पड़ते हैं। साथ ही बार-बार बेहोशी होती है।
- स्मरण शक्ति कमजोर होने लगती है।
- आंखों की रोशनी भी पहले से कम हो जाती है।
- अचानक से वजन बढ़ने लगता है।
यूं करें बचाव
विटामिन सी युक्त चीजें
खाने में विटामिन सी युक्त चीजों को शामिल करने से ब्रेन कैंसर से बचा जा सकता है। यह ट्यूमर को तेजी से मरीज के दिमाग से खत्म करने में फायदेमंद होते है। ऐसे में विटामिन-सी से भरपूर अधिक से अधिक चीजों का सेवन करें।
केमिकल युक्त खाने से बनाएं दूरी
केमिकलयुक्त और मिलावटी चीजों का सेवन करने से बचें। ऐसी चीजों को खाने से इसका सीधा दिमाग पर पड़ता है। ऐसे में नर्वस सिस्टम कमजोर होता है।
पर्याप्त नींद लें
पूरी नीमद न लेने से भी दिमाग थका-थका फील करता है। ऐसे में वह सही ढंग से काम नहीं कर पाता है। इसके लिए नर्वस सिस्टम के ठीक रखने के लिए रोजाना 7-8 घंटों की नींद लें।
विटामिन्स और अन्य पोषक
शरीर को बीमारियों से बचाएं रखने के लिए हैल्दी डाइट लेना बेहद जरूरी है। इसके लिए अपनी डाइट में विटामिन- सी, के और ई के साथ प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम आदि सभी जरूरी पौषक तत्वों को सही मात्रा में शामिल करें।
पैक्ड और जंकफूड्स से बनाएं दूरी
बाहर से मिलने वाले पैक्ड और फास्ट फूड दिमाग पर बुरा असर डालते है। इसके सेवन से दिमाग धीमी गति से काम करता है। इसलिए इन चीजों को खाने से बचें।
भरपूर पानी पीएं
जैसे कि सभी जानते ही है कि हमारे शरीर में 70% प्रतिशत पानी है। ऐसे में भरपूर मात्रा में पानी पीएं।