नवरात्रि के पर्व में महिलाएं 9 या पहले व आखिर के 2 दिन व्रत रखती हैं, ताकि वो मां दुर्गा की असीम कृपा पा सकें। मगर, गर्भवती महिलाएं सोचती हैं कि 9 दिन व्रत रखने से उनके बच्चे कोई नुकसान तो नहीं पहुंचेगा? दरअसल, चैत्र नवरात्रि गर्मियों में आती है। ऐसे में व्रत के कारण डिहाइड्रेशन, थकान, एसिडिटी, लो ब्लड प्रैशर जैसी समस्याएं होने लगती है। मगर, गर्भवती महिलाओं के लिए ये स्थिति खतरनाक है क्योंकि इसका असर भ्रूण पर भी पड़ता है। हालांकि कुछ टिप्स फॉलो करके आप आसानी से व्रत रख सकती हैं।
क्या प्रेगनेंसी में व्रत रखना सही
- प्रेगनेंसी के दौरान भ्रूण पोषण के लिए पूरी तरह से मां पर निर्भर होता है। मगर, प्रेगनेंसी की पहली तिमाही सबसे अहम होते हैं क्योंकि इस, दौरान शिशु के महत्वपूर्ण अंगों को विकास के लिए पोषक तत्वों की जरूरत होती है इसलिए इस दौरान व्रत ना रखने की ही सलाह दी जाती है।
- हालांकि आप प्रेगनेंसी की तीसरी तिमाही के बाद व्रत रख सकती हैं क्योंकि तब तक भ्रूण आपके गर्भाश्य में एडजस्ट हो चुका होता है। हालांकि इस दौरान भी पोषक तत्वों का ख्याल रखने की जरूरत होती है।
हम आपको बताएंगे कि किस तरह कुछ बातों का ध्यान रखकर आप प्रेगनेंसी में भी व्रत रख सकती हैं, वो भी पूरे हैल्दी तरीके से...
दवाइयां मिस ना करें
ध्यान रखें कि व्रत के चक्कर में अपनी दवाइयां लेना ना भूल जाएं। कैल्शियम, आयरन की गोलियां सही समय पर लें। 9 दिन एक लंबा पीरियड होता है। ऐसे में दवाइयां मिस करने की लापरवाही शिशु पर भारी पड़ सकती है।
भूखी ना रहें
3-4 घंटे से ज्यादा भूखे रहने पर घबराहट, कमजोरी, सिरदर्द, कब्ज, एसिडिटी हो सकती है, जो प्रेगनेंसी में सही नहीं है। ऐसे में थोड़ी-थोड़ी देर बाद कुछ ना कुछ खाती रहें जैसे फल, दही, फ्रूट सलाद, नट्स आदि।
खुद को रखें हाइड्रेट
खुद को हाईड्रेट रखने के लिए भरपूर पानी पीएं। दिन में एक बार नारियल पानी, जूस, छाछ, मिल्कशेक, दूध और फ्रूट स्मूदी आदि भी पीएं, ताकि पानी के साथ शरीर को जरूरी पोषक तत्व भी मिलें। मगर, फिजी ड्रिंक पीने से बचें।
पोषक तत्वों का रखें ख्याल
इस बात का ध्यान रखें कि आप व्रत में जो भी खा रहीं हैं उनमें आयरन, कैल्शियम, बीटा-कैरोटीन, फाइबर, पोटेशियम, जिंक, मैग्नीशियम की मात्रा भरपूर हो। इसके लिए आप शरककंद, साबुदाना , मखाने, चिवड़ा मिक्सचर, उबले आलू, केला, मौसंबी, अंगूर, नाशपाती और अनार आदि खाएं।
सिंघाड़े का आटा
नवरात्रि व्रत में सिंघाड़े व कट्टू का आटा जरूर खाएं। मगर, रात की बजाए दिन में इनकी बनी रोटी खाएं ताकि अपच की समस्या ना हो। आप समा के चावल, समा की खिचड़ी, खीर आदि बनाकर भी खा सकती हैं। साथ ही दिन में 1 बड़ा और 2-3 छोटे-छोटे मील्स लें।
नमक की कम मात्रा
शरीर में सोडियन की मात्रा को कंट्रोल करने के लिए नमक जरूर खाएं लेकिन ध्यान रखें कि व्रत के दौरान नमक खा सकते हैं लेकिन इसकी ज्यादा मात्रा आपको नुकसान पहुंचा सकती है। ऐसे में सीमिता मात्रा में ही सेंधा नमक खाएं।
किन चीजों का परहेज जरूरी?
हाई शुगर, डीप फ्राई, ज्यादा मसालेदार, कैफीन, आलू चिप्स आदि से परहेज करें तो बेहतर होगा। इससे आपको एसिडिटी, कब्ज, पेट दर्द की दिक्कत हो सकती है।
प्रेगनेंसी में किन महिलाओं को नहीं रखना चाहिए व्रत?
लो बीपी, आयरन व खून की कमी, बवासीर, डायबिटीज, थायराइड जैसी कोई भी बीमारी हो तो व्रत ना रखें। प्रेगनेंसी से जुड़ी कोई परेशानी नहीं है तो डॉक्टर की सलाह से व्रत रखें।
वैसे तो बेहतर होगा कि आप व्रत रखने से पहले गाइनकॉलजिस्ट से बात कर लें। साथ ही बीपी और शुगर टेस्ट भी करा लें।