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टाइम मैगजीन के कवर पर छाई भारतीय मूल गीतांजल, बनीं पहली 'किड ऑफ द ईयर'

  • Edited By Anjali Rajput,
  • Updated: 04 Dec, 2020 02:33 PM
टाइम मैगजीन के कवर पर छाई भारतीय मूल गीतांजल, बनीं पहली 'किड ऑफ द ईयर'

टाइम मैगजीन (Time Magazine) दुनियाभर की सबसे फेमस मैगनीज में से एक है। इस मैगजीन के कवर पेज पर आना किसी एचीवमेंट से कम नहीं है। हाल ही में भारतीय मूल गीतांजलि राव को टाइम मैगजीन के कवर पेज पर आने का मौका मिला। यही नहीं, गीताजंलि को टाइम मैगजीन के 'किड ऑफ द ईयर' पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

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कौन है गीताजंलि राव?

अमेरिका की रहने वाली भारतीय मूल की 15 साल की गीतांजलि राव साइंटिस्ट और इनोवेटर है। खुद हॉलीवुड सुपरस्टार एंजलीना जॉली ने टाइम मैगजीन की तरफ से गीतांजली का इंटरव्यू लिया। साथ ही उन्होंने गीताजंलि के काम पर भी बात की।

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हासिल किया पहला स्थान

बता दें कि टाइम मैगजीन ने इस साल पहली बार 'किड ऑफ द ईयर' के लिए नॉमिनेशन मांगा था, जिसमें करीब 5 हजार बच्चे चुने गए थे। इसमें गीताजंलि ने बाजी मार ली और नॉमिनेशन में पहला स्थान हासिल किया है।

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इस काम के लिए मिली टाइम पेज पर जगह

बता दें कि गीताजंलि को उनके अनोखे इनवेंशन के लिए टाइम मैगजीन के कवर पेज पर जगह दी गई है। दरअसल, उन्होंने ओपियम की लत और साइबरबुलिंग से लोगों को बचाने के लिए एक ऐप 'किंडली और एक क्रोम एक्सटेंशन' बनाया है। उनका यह ऐप मशीन लर्निंग तकनीक से साइबरबुलिंग का पता लगाएगा।

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पानी में सीसे की मात्रा पता लगाने वाला बनाया डिवाइस

यही नहीं, गीतांजलि ने महज 15 साल की उम्र पानी में लेड यानि सीसे की मात्रा पता लगाने वाला एक सेंस भी बनाया है। मोबाइल की तरह दिखने वाले 'टेथिस' कुछ सेकेंड में ही पानी में लेड की मात्रा का पता लगा सकता है। अमेरिकी वैज्ञानिकों को गीताजंलि के इस इनवेंशन से काफी फायदा होगा क्योंकि यहां कई जगहों पर पानी में लेड की मात्रा ज्यादा है।

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यंग साइंटिस्ट अवार्ड से सम्मानित

बता दें कि गीताजंलि को हाल ही में अमेरिका में टॉप यंग साइंटिस्ट का अवार्ड भी मिला था। इंटरव्यू के बाद एंजलीना ने लिखा, 'वीडियो चैट के दौरान भी उनका तेज दिमाग दूसरे युवाओं को प्रेरणा देता है। उसका कहना है कि किसी भी समस्या को ठीक करने की कोशिश नहीं बल्कि उसपर फोकस करो।'

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वाकई, छोटी-सी उम्र में गीताजंलि का यह कारनामा आज के युवाओं के लिए प्रेरणा है।

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