मेटाबॉलिज्म यानी चयापच भोजन को एनर्जी में बदलकर वजन घटाने में मदद करता है। इसके अलावा मेटाबॉलिज्म रक्त परिसंचरण और श्वास व हॉर्मोनल संतुलन जैसे तमाम कार्यों में मदद करता है।अगर मेटाबॉलिक रेट सही नहीं रहेगा तो आप हाई कोलेस्ट्रॉल, हार्ट डिसीज, मांसपेशियों में कमजोरी, मोटापा, जोड़ दर्द, स्किन ड्राईनेस, पीरियड्स में गड़बड़ी और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का शिकार हो जाएंगे। हालांकि आपकी रोजमर्रा की ही कुछ ऐसी आदतें हैं, जो मेटाबॉलिक रेट को बिगाड़ने का काम करती हैं।
चलिए आपको बताते हैं मेटाबॉलिज्म धीमा होने के कारण
बहुत कम खाना
बहुत से लोगों को यह गलतफहमी होती है कि कम कैलोरी खाने से उन्हें वजन कम करने में मदद मिलेगी। मगर, जरूरत से ज्यादा कैलोरी कम लेने पर मेटाबॉलिज्म धीमा पड़ जाता है, जिससे वजन घटाने में दिक्कत हो सकती है।
खराब लाइफस्टाइल
बिस्तर पर लेटे रहना, पूरे दिन बैठे रहना, भोजन के बाद सैर ना करना, बाहर का खाना आदि भी मेटाबॉलिज्म पर असर डालते हैं। हर शारीरिक गतिविधि जैसे खड़े रहना, सफाई करना, सीढ़ियां चढ़ना, खाना बनाना, कुछ कैलोरी बर्न करने में मदद कर सकते हैं इसलिए अपना लाइफस्टाइल सही रखें।
प्रोटीन का सेवन ना करना
प्रोटीन खाने से मेटाबॉलिज्म 20-30% बढ़ जाता है जबकि कार्ब्स से 5-10 % और वसा से 3% या उससे कम। ऐसे में वजन घटाने के लिए पर्याप्त प्रोटीन लेना बहुत जरूरी है। प्रोटीन लंबे समय तक पेट भरा रखता है और शरीर में कैलोरी बर्न करने की दर को बढ़ाता है। जब आप भोजन पचाते हैं तो चयापचय में वृद्धि होती है, जिसे भोजन का ऊष्मीय प्रभाव (TEF) कहा जाता है।
पर्याप्त नींद ना लेना
कम घंटे सोने से ना सिर्फ मेटाबॉलिज्म धीमा होता है बल्कि इससे मोटापा, दिल के रोग, मधुमेह और अवसाद सहित कई बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। वहीं, समय पर न सोना भी स्लीपिंग पैटर्न को बाधित करता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
बहुत अधिक रिफाइंड कार्ब्स खाना
परिष्कृत कार्ब्स कॉम्पलेक्स कार्बोहाइड्रेट से बहुत अलग होते हैं। वे आसानी से पच जाते हैं और रक्त शर्करा के स्तर में वृद्धि करते हैं। साथ ही इन्हें तोड़ने के लिए शरीर कम ऊर्जा यूज करता है। मगर, बहुत अधिक मात्रा में कॉम्पलेक्स कार्ब्स खाने से मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिससे कैलोरी बर्न नहीं हो पाती।
स्ट्रिक डाइट फॉलो करना
स्ट्रिक डाइट फॉलो करना, खासकर जब आप व्यायाम कर रहे हों तो मेटाबॉलिज्म के कार्य में बाधा डालता है। इससे वजन कम करना मुश्किल हो सकता है।