बस कुछ ही दिनों का इंतजार बचा है, दशकों के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनने जा रहा है। 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश की कई बड़ी दिग्गज हस्तियां शामिल होने वाली हैं। अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने से पहले देश में चारों और माहौल भी भक्तिमय हो गया है। हवाई जहाज से लेकर मेट्रो ट्रेन तक हर जगह जय श्री राम के नारे सुनाई दे रहे हैं। कुछ ऐसा ही फ्लाइट में जा रहे इन भक्तों के साथ हुआ है। सोशल मीडिया पर इन भक्तों का वीडियो काफी वायरल भी हो रहा है।
फ्लाइट में लोगों ने गाया राम भजन
सोशल मीडिया चाहे ट्विटर हो, फेसबुक हो या फिर इंस्टाग्राम हो हर जगह सिर्फ राम आएंगे के जयकारे गूंजते हुए दिख रहे हैं। अयोध्या में जा रही एक फ्लाइट में भी भक्त भगवान राम की भक्ति में डूबे हुए नजर आए हैं। फ्लाइट में इन सब लोगों ने मिलकर राम आएंगे गीत गाया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है और लोग इसकी काफी तारीफ करते हुए नजर आ रहे हैं।
मेट्रो में भी गाए लोगों ने भजन
आपको बता दें कि सिर्फ फ्लाइट ही नहीं एक वीडियो सोशल मीडिया पर कुछ दिनों पहले वायरल हुआ था जहां कुछ युवा भगवान राम के गीत गाते हुए नजर आए थे।
बच्चों ने भी गाया राम भजन
फ्लाइट, मेट्रो के अलावा भी भक्त राम भक्ति में डूबे हुए दिख रहे हैं। बस में जाते हुए बच्चे भगवान राम का भजन गाते हुए दिख रहे हैं।
आज से शुरु है अयोध्या में कार्यक्रम
आपको बता दें कि आज से यानी की 16 जनवरी से प्राण प्रतिष्ठा के पहले शुभ संस्कारों का आरंभ हो चुका है। 16 जनवरी से लेकर 21 जनवरी को यह कार्यक्रम खत्म होंगे। वहीं 22 जनवरी को राम भगवान की प्राण प्रतिष्ठा का योग शुभ मुहूर्त, पौष शुक्ल, कूर्म द्वादशी, विक्रम संवत 2080 में होगा। कार्यक्रम के अनुसार, 16 जनवरी यानी की आज प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन होगा। 17 जनवरी को रामलला की मूर्ति राम जन्मभूमि परिसर में प्रवेश करेगी। 19 जनवरी की सुबह औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास और शाम में तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास होगा। 20 जनवरी को सुबह शर्कराधिवास, फलाधिवास और शाम में पुष्पाधिवास किया जाएगा।
22 जनवरी को ऐसे होगा प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम
21 जनवरी की सुबह मध्याधिवास और शाम में शय्याधिवास होगा। मुख्यतौर पर प्राण-प्रतिष्ठा समारोह में सात अधिवास होते हैं और न्यूनतम तीन अधिवास अभ्यास में होते हैं। समारोह के अनुष्ठान की सारे प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे। गर्भ-गृह में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम पूरा होने के बाद सभी साक्षी महानुभावों को दर्शन करवाएं जाएंगे। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए हर जगह उत्साह का भाव है वहीं अयोध्या समेत पूरे भारत में बड़ी उत्साह के साथ मनाने का संकल्प लिया गया है।