किचन हर घर का एहम हिस्सा है और किचन में मौजूद बर्तन उसके खास अंग है। आज के मार्डन युग में जहां हर कोई अपने रसोई घर को अपने मन-मुताबिक सजाना चाहता है, वहीं वास्तु की मानें तो इसकी बनावट और सजावट दोनों ही खास नियमों के तहत होनी चाहिए। जहां रसोई घर के रंग और दिशा मायने रखती है वहीं इसमें मौजूद बर्तनों का भी आपकी जिंदगी में खास रोल है। तो चलिए जानते हैं वास्तु के अनुसार रसोई घर में बर्तन किस तरह होने चाहिए...
बर्तन रखने की सही दिशा
रसोई घर में रखे जाने वाले बर्तन, खासतौर पर पीतल, तांबे, कांसे या स्टील के बर्तनों को घर की पश्चिम दिशा में ही रखें। अगर आपने किचन में चांदी के बर्तन रखें हैं तो उनके लिए उत्तर-पश्चिम दिशा खास मानी जाती है। वास्तु की मानें तो सही दिशाओं में बर्तन रखने से घरवालों के बीच में आपसी प्यार और सम्मान सदा बना रहता है।
कांच के बर्तन
वास्तु के अनुसार किचन में कांच के बर्तन हमेशा पूर्व दिशा में रखने चाहिए। शास्त्रों के अनुसार इस दिशा में कांच के बर्तन रखने से आपके गुरुओं की प्रसन्नता आपके ऊपर सदा बनी रहती है, जिससे आपके और घर के बच्चों के ज्ञान, बुद्धि और विवेक में बढ़ावा होता है।
टूटे बर्तन
किचन में टूटे हुए बर्तनों का इस्तेमाल करने से मां लक्ष्मी नाराज होती हैं। ऐसे में आज से ही अपने रसोई घर में टूटे हुए बर्तनों का इस्तेमाल छोड़ दें या फिर उनकी जल्द से जल्द मुरम्मत करवा लें। जरुरी नहीं कांच के बर्तन ही टूटे हो, कई बार किसी कड़ाही का हैंडल टूटा होता है या फिर बर्तन गिरने से उस डेंट पड़ जाता है, ऐसे में इस तरह के बर्तनों का इस्तेमाल करने से घर का वास्तु दोष बिगड़ता है।
झूठे बर्तन
कुछ घऱों में रात का भोजन करने के बाद बर्तन यूं ही छोड़ दिये जाते हैं यानि उन्हें साफ नहीं किया जाता। वास्तु के अनुसार ऐसा करने से आपके घर में बीमारियां, कलह-कलेश और कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने जैसी परेशानियां बनी रहती हैं। ऐसे में रात को सोने से पहले रसोई घर को अच्छी तरह साफ करके ही सोना चाहिए, ऐसा करने से एक तो आपका घर साफ-सुथरा दिखाई देगा साथ ही आप हर तरह की नेगेटिव एनर्जी से बचे रहेंगे।
तो ये थे रसोई घर में मौजूद बर्तनों से जुड़ी कुछ खास बातें, जिन्हें अपनाकर आप अपने घर परिवार के लिए ढेर सारी खुशियां खरीद सकती हैं।
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