किडनी : शरीर का बाहर और अंदर से तंदुरुस्त होना बहुत जरूरी है। बॉडी के अंदरूनी हिस्से हर समय अपना काम करते हैं। इनमें से किसी एक में जरा-सी खराबी आने पर सेहत बिगड़ने लगती है। अंदरूनी बॉडी के बारे में बात करें तो किडनी शरीर का बहुत जरूरी हिस्सा है। यह विषैले पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने का काम करता है। अगर इसमें कोई गड़बड़ी आ जाए तो हानिकारण पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते और जिसका असर लिवर और दिल पर भी पड़ना शुरू हो जाता है। कीडनी को स्वस्थ रखने और इससे जुड़ी परेशानियों को जल्दी ठीक करने के लिए सही डाइट का होना बहुत जरूरी है। आपको भी इससे संबंधित कोई परेशानी है तो इसके लिए सही आहार की जानकारी होना बहुत जरूरी है। ब्लड प्रैशर और डायबिटीक पेशेंट किडनी का रखें खास ख्याल, नहीं तो...
किडनी के कार्य
किडनी शरीर का बहुत जरूरी हिस्सा है। आइए जानें क्या-क्या काम करती है किडनी।
विषैले पदार्थों को शरीर में जमने नहीं देना।
सोडियम,पोटाशियम और फॉस्फेट की मात्रा को नियंत्रित करना।
हड्डियों को मजबूत करने वाले हॉर्मोंस का निर्माण करना।
दिल की कार्यक्षमता में वृद्धि।
रक्त में पानी की मात्रा को नियंत्रित रखना।
किडनी की जुड़ी समस्याएं
किडनी से बीमारियां कई तरह की हो सकती हैं। इससे पहचान कर सही समय पर इलाज करवाना बहुत जरूरी है।
पेशाब के साथ खून आना
किडनी में दर्द होना
पथरी बनना
किडनी में इंजरी
मूत्र द्वारा प्रोटीन का शरीर से बाहर निकलना
हेपेटाइटिस सी के कारण किडनी का खराब होना, आदि।
स्वस्थ किडनी के लिए क्या खाएं
1. हर रोज आहार में सेब को जरूर शामिल करें। फाइबर युक्त सेब किडनी के लिए बहुत फायदेमंद है।
2. दिन में एक बार अदरक की चाय पीने से लाभ होता है।
3. खाने के साथ प्याज का स्लाद खाने से भी किडनी को फायदा मिलता है।
4. लाल शिमला मिर्च भी किडनी के लिए बैस्ट है।
5. दही का सेवन करने से किडनी की इंफैक्शन दूर हो जाती है।
इन चीजों से करें परहेज
किडनी से जुडी हर समस्या के लिए अलग-अलग तरह की डाइट को अवॉइड करना जरूरी होता है। फिर भी कुछ आहार ऐसे हैं, जिन्हें खाने से किडनी को नुकसान पहुंच सकता है। ऐसे आहार को अवॉइड करना जरूरी है।
प्रोटीन से भरपूर आहार जैसे अंडा,मछली,दूध,हरी सब्जियां, दालें आदि कम खाएं।
डाइट में सोडियम की मात्रा कम करें।
किडनी प्रॉब्लम में पोटैशियम से भरपूर आहार जैसे टमाटर, केला, आलू, पालक, संतरा आदि कम कर दें।
किडनी में किसी तरह की प्रॉब्लम होने पर शरीर में फॉस्फोरस का स्तर बढ़ सकता है। इसके लिए हाई फॉस्फोरस फूड को अपने आहार कम मात्रा में खाएं।