नारी डेस्क: प्रेग्नेंसी के दौरान महिला का शरीर कई बदलावों से गुजरता है, और खासकर पहली तिमाही में यह समय बहुत नाजुक होता है। इस दौरान कुछ गलतियों से बचना जरूरी है ताकि मां और बच्चे दोनों की सेहत पर कोई असर न पड़े। आइए जानते हैं प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही में आपको किन 5 गलतियों से बचना चाहिए।
हैवी एक्सरसाइज से बचें
प्रेग्नेंसी के शुरुआती तीन महीने में आपके शरीर में बहुत से बदलाव हो रहे होते हैं, और इस दौरान आपका शरीर ज्यादा थक सकता है। हैवी एक्सरसाइज करने से आपके शरीर पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जो गर्भपात का कारण बन सकता है। इसलिए, इस समय में योग या हल्की वॉक जैसी कम दबाव वाली एक्सरसाइज करें। इससे शरीर को पर्याप्त आराम मिलता है और आप स्वस्थ रह सकती हैं। ध्यान रखें कि अधिक जोश में आकर ज्यादा शारीरिक श्रम से बचें।
ज्यादा वजन उठाने से बचें
प्रेग्नेंसी के दौरान खासकर पहली तिमाही में अधिक वजन उठाना शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। जब आप ज्यादा भारी सामान उठाती हैं, तो आपके गर्भाशय पर दबाव बढ़ता है, जिससे गर्भपात का खतरा हो सकता है। पानी की बाल्टी, भारी बैग या घर के भारी सामान को उठाने से बचें। इसके अलावा, झुकने या सीधी स्थिति में खड़े होने से भी बचें, क्योंकि इससे आपकी पीठ और पेट पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है।
एल्कोहल और स्मोकिंग का सेवन न करें
प्रेग्नेंसी के दौरान एल्कोहल और स्मोकिंग का सेवन न केवल मां की सेहत को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि इससे गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इन आदतों से भ्रूण का विकास रुक सकता है और गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसके अलावा, इनसे गर्भपात का खतरा भी बढ़ सकता है। यदि आप इन आदतों से बचती हैं, तो आपके और आपके बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।
तनाव और चिंता से दूर रहें
प्रेग्नेंसी के दौरान हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो मानसिक तनाव और चिंता को बढ़ावा दे सकते हैं। हालांकि, अगर इस तनाव को नियंत्रित नहीं किया जाए तो यह आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकता है। इसके अलावा, अत्यधिक तनाव से बच्चे के विकास पर भी बुरा असर पड़ सकता है। इसलिए मानसिक शांति बनाए रखने के लिए ध्यान, प्राणायाम या हल्की टहलील जैसे उपाय अपनाएं। अपने आप को सकारात्मक विचारों से घेरें और अपने परिवार से सपोर्ट प्राप्त करें।
पूरी नींद लें
प्रेग्नेंसी के दौरान आपके शरीर को अधिक आराम और नींद की जरूरत होती है, क्योंकि यह समय बहुत ही चुनौतीपूर्ण हो सकता है। नींद की कमी से आपको शारीरिक थकान और मानसिक तनाव हो सकता है, जो आपके और बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए पूरी नींद लें और रात को कम से कम 7-8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें। अगर रात को सोने में परेशानी हो तो दिन में कुछ देर आराम करें और अपने सोने का तरीका सुधारें, ताकि आपको पर्याप्त आराम मिल सके।
इन सभी टिप्स का पालन करके आप अपनी प्रेग्नेंसी की पहली तिमाही को सुरक्षित और स्वस्थ तरीके से आगे बढ़ा सकती हैं। किसी भी तरह की परेशानी या सवाल के लिए डॉक्टर से सलाह लेना भी अच्छा रहेगा।