महिलाओं की हैल्दी लाइफस्टाइल में पीरियड्स का अहम रोल रहता है। अगर महिला के पीरियड्स अनियमित है या पीरियड्स से जुड़ी अन्य दिक्कतें आ रही हैं तो इसका असर उनके स्वास्थ पर भी पड़ेगा। पीरियड्स से जुड़ी ऐसी बहुत सी समस्याएं हैं जिन्हें आप समय रहते कंट्रोल में कर सकते हैं। चलिए आज उन्हीं के बारे में बात करते हैं।
1. अनियमित पीरियड्स
अगर आपका खान-पान सही नहीं है या इसके अलावा तनाव, असंतुलित हार्मोन्स, बढ़ा या कम हुआ वजन, एल्कोहल और धूम्रपान की वजह से पीरियड्स अनियमित हो जाते हैं।
उपायः अनियमित पीरियड्स को ठीक करने के लिए सबसे पहले अपना खान-पान सही करें। इसके अलावा आप देसी नुस्खे भी फॉलो कर सकते हैं। एक कप पानी में 1 चम्मच धनिया के बीज और दालचीनी पाउडर को तब तक उबालें जब तक वह आधा ना रह जाए। इसके बाद इसमें आधा चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार पिएं। इससे पीरियड्स रेगुलर हो जाएंगे।
2. लाइट ब्लीडिंग
अक्सर महिलाओं में 3-5 दिन तक ब्लीडिंग होती है लेकिन कुछ महिलाओं सिर्फ 1 या ज्यादा से ज्यादा 2 दिन वो भी लाइट पीरियड्स रहते हैं। ऐसा खून की कमी के कारण हो सकता है। इसके अलावा फैटी बच्चेदानी, ब्रेस्टफीडिंग करवाती महिलाओं को और तनाव के चलते भी पीरियड्स खुलकर नहीं आते।
उपायः रोजाना 200 ग्राम पपीते का सेवन करें। यह शरीर में रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है जिससे पीरियड्स खुल कर आना शुरू हो जाते हैं।
3. पीरियड्स में प्रीमेनस्ट्रियल डिस्फोरिक डिसॉर्डर
कुछ महिलाओं को पीरियड्स आने के 5 से 11 दिन पहले ही डिप्रेशन और टेंशन महसूस होती है, जिसे मेडिकल भाषा में प्री मेंस्ट्रुअल डिस्फोरिक डिसॉर्डर यानी पीएमडीडी कहा जाता है। साइकिल के सेकंड हाफ में ये समस्याएं बढ जाती हैं।
उपायः इसके लिए सबसे बेस्ट उपाय है कि आप व्यायाम करें और न्यूट्रिशनल सप्लीमेंट्स खाएं। साथ ही नमक, चीनी, एल्कोहॉल और कैफीन का सेवन कम करें। डॉक्टर की राय से एंटी-बायटिक्स, एंटी-डिप्रेसेंट्स व पेन किलर्स ले सकती हैं।
4. हैवी ब्लीडिंग
बहुत ज्यादा हैवी ब्लीडिंग के चलते महिलाओं के शरीर में काफी कमजोरी होने लगती है। कई बार स्थिति इतनी बुरी हो जाती है कि महिलाएं एनीमिया की शिकार हो जाती है। हैवी ब्लीडिंग की वजह रसौली भी हो सकती है। ऐसे में महिलाएं डाक्टरी सलाह लेना ही जरूरी होता है।
उपायः दालचीनी भी हैवी ब्लीडिंग को रोकने में काफी कारगर साबित होती है। एक चौथाई चम्मच दालचीनी पाउडर और 1 चम्मच शहद गर्म पानी में मिलाकर पिएं। दिन में 1-2 बार सेवन करने से आपको काफी राहत महसूस होगी।
5. पीरियड्स में ब्लोटिंग
पीरियड्स के दौरान, महिलाओं को ब्लोटिंग यानि सूजन की समस्या हो जाती है। इसके लिए आमतौर पर हार्मोंस जिम्मेदार होते हैं लेकिन विटामिन-खनिजों की कमी, गलत आहार, खासकर नमक ज्यादा लेना और कैफीन या अल्कोहल के कारण भी यह समस्या हो सकती है।
उपायः इसके लिए सिंहपर्णी की चाय पीएं। यह वॉटर रिटेंशन, शरीर में एसिड बनने और ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा दिलाती है। साथ ही पोटेशियम से भरपूर फूड्स खाएं और भरपूर पानी पीएं।
6. पीरियड्स दर्द
बहुत सी लड़कियों को पीरियड्स में दर्द की समस्या रहती है। इसके लिए दवाई नहीं बल्कि घर के नुस्खे फॉलो किए जा सकते हैं। हॉट वॉटर बैग से पेट, पीठ और दोनों जांघों के बीच सिंकाई करें।
उपायः गुनगुने पानी से नहाएं। साथ ही अदरक या शहद डालकर चाय पीने से दर्द में आराम मिलता है।
7. पीरियड्स में ऐंठन
पीरियड्स के दौरान क्रैम्प्स, ऐंठन और मूड स्विंग्स होना आम सी बात हैं। ये सब अपने आप ठीक भी हो जाते हैं।
उपायः इसे कम करने के लिए डाइट में ब्रोकली जरूर लें।साथ ही हल्की-फुल्की एक्सरसाइज करें जैसे तितली आसन।
नोटः कोई भी उपाय करने से पहले चिकित्सक परामर्श लें। देसी टोटकों से फर्क न लगे तो तुंरत स्त्री विशेषज्ञ से संपर्क करें।