जिस तरह कोरोना पूरी दुनिया में अपने पैर पसार रहा है वैसे ही रोजाना विशेषज्ञ इस पर कुछ न कुछ रिसर्च करते रहते है और इस वायरस से जुड़ी कई बातें या कई शोध भी हमारे सामने आते है। ऐसे में हाल ही में अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया के विशेषज्ञों ने एक नई रिसर्च की जिसमें एक ऐसी बात सामने आई है जो ये बताती है कि मनुष्य की इस आदत से कोरोना और बढ़ रहा है।
कोरोना के कारण हम लोगों को कुछ गाइडलाइन्स दी गई है जिसके तहत हमें हाथ बार बार धोने है, सोशल डिस्टेंसिंग बना कर रखनी है, घरों से बाहर नही आना है बल्कि ये आदतें तो बहुत से लोग फॉलो कर रहे है लेकिन एक आदत ऐसी है जिसे मनुष्य बार-बार दोहरा रहा है और वो आदत है चहरे को बार-बार छूना। बार-बार चेहरे को छूने की आदत लोगों में कोरोना के संक्रमण को बढ़ा सकती है ऐसा विशेषज्ञों का मानना है।
हालाकि WHO ने इस वायरस के शुरूआती दिनों में ही बेवजह अपने चहरे पर हाथ लगाने से मना किया था लेकिन लोग नही मान रहे है और चाह कर या न चाह कर भी उनका हाथ चहरे तक पहुंच ही जाता है।
वही अमेरिका की डॉ. नैंसी सी. एल्डर, डॉ. विलियम पी. सॉयर और ऑस्ट्रेलिया की डॉ. मैक्लाव्स के एक अध्ययन में ये बात सामने आई है कि लोग हर घंटे 23 बार अपने चहरे को छू रहे है।
आपको बता दे कोरोना श्वसन प्रणाली में आंख, कान और नाक से पहुंचता है। कोरोना से बचने के लिए बेवजह चेहरे को छूना छोड़ना होगा। अगर आप भी कोरोना के खतरे को कम करना चाहते हैं तो आंखें रगड़ना, नाक खुजलाना, ठोढ़ी के बल टेक लगाना जैसी आदतें छोड़नी होंगी।