जहां दुनिया एक तरफ कोरोना वायरस की मार झेल रही है वहीं भारत में एक नए संक्रामक ने आंतक मचा रखा है। दरअसल, आंध्र प्रदेश में एक नई बीमारी की वजह से करीब 400 लोग अस्पताल भर्ती पहुंच चुके हैं। यही नहीं, 5 दिसंबर को 45 वर्षीय एक व्यक्ति इस बीमारी के कारण अपनी जान भी गवां चुका है लेकिन अभी तक बीमारी के बारे में कुछ भी पता नहीं लगाया गया है।
मरीजों में दिख रहे रहस्यमयी बीमारी के ये लक्षण
इस नई बीमारी को लेकर लोगों के बीच डर का माहौल बना हुआ है। डॉक्टर भी इस नई बीमारी को देखकर हैरान है। इसके लक्षण इस तरह हैं:-
-मिर्गी के दौरे पड़ना
-अचानक बेहोश होना
-कंपकपाहट
-मुंह से झाग निकलना
डॉक्टरों भी नहीं पहचान पा रहे बीमारी
डॉक्टर भी नहीं समझ पा रहे कि अलग-अलग इलाकों में रहने वाली लोगों में ऐसे लक्षण आखिर क्यों दिखाई दे रहे हैं। यही नहीं, डॉक्टरों ने जापानी एंसेफलाइटिस, हेपेटाइटिस, डेंगू और रेबीज जैसे वायरस होने की संभावना को भी खारिज कर दिया है, जिसका मतलब है कि यह बिल्कुल नई किस्म की बीमारी है।
20-30 के लोगों को अधिक खतरा
बता दें कि इस नए वायरस की चपेट में आने वाले ज्यादातर बच्चे, महिलाएं, और यंगस्टर्स हैं। खबरों के मुताबिक, अस्पताल में भर्ती होने वाले मरीजों में 46 बच्चे जबकि 70 महिलाएं शामिल हैं। यही नहीं, इस संक्रमण की चपेट में आए ज्यादा मरीजों की उम्र 20-30 साल है।
वायु प्रदूषण या दूषित दूध की हो रही जांच
फिलहाल हेल्थ एक्सपर्ट इन इलाकों के पानी, वायु प्रदूषण या दूषित दूध के जरिए के जरिए केमिकल पॉयजनिंग जांच रहे हैं। सेरेब्रल-स्पाइनल फ्लूएड सैंपल रिपोर्ट आने के बाद ही इसके पीछे की वजह स्पष्ट हो पाएगी। कुछ लोग इस बीमारी को हीस्टीरिया का केस बता रहे हैं लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट की रिपोर्ट के पहले कुछ भी कहना मुमकिन नहीं है।
लोगों को घबराने की जरूरत नहीं
इस नई बीमारी से ग्रस्त मरीजों से मिलने के लिए खुद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी एलुरु के सरकारी अस्पताल में पहुंचे। हर मरीज का कोरोना टेस्ट भी करवाया गया है, ताकि किसी की जिंदगी को कोई खतरा ना हो। मरीजों के रक्त के नमूने लेने और इलाज के बाद करीब 200 मरीजों को अस्पताल दे दी गई है। फिलहाल स्थितियों पर नजर रखी जा रही है।