व्यक्ति के लिए मालिश शरीर में संजीवनी का संचार कर देती है, जबकि साधारण रोग वाले व्यक्ति को मालिश से स्वास्थ्य लाभ मिलता है। उसका रोग शांत होता है। शरीर को शक्ति मिलती है। रोगों से लडऩे के लिए प्रतिरक्षा शक्ति में वृद्धि होती है। इससे न केवल हड्डियां मजबूत होती हैं और शरीर का विकास होता है, बल्कि नींद भी अच्छी आती है। चलिए जानते हैं मालिश के क्या- क्या हैं फायदे।
-मालिश आमतौर पर सरसों के तेल से ही करते हैं मगर सम्भव हो तो देसी घी, जैतून का तेल या बादाम रोगन में से कभी-कभी किसी एक से मालिश करें। अधिक लाभ होगा।
-मालिश भी एक व्यायाम है जो बड़ा सरल तथा उपयोगी होती है।
-मालिश करने से शरीर में गर्मी पैदा होती है, जिससे रक्त पूरे शरीर में तीव्रता के साथ दौरा करने लगता है।
-जब रक्त का दौरा तेज होगा तो रक्त तथा शरीर में मौजूद गंदगी, पसीना कार्बन डाई ऑक्साइड के रूप में बाहर निकल जाती है। इससे शरीर को बल मलिता है।
-मालिश की विशेषता है कि यह त्वचा तथा चेहरे के रंग में निखार लाकर, सुंदर कांति प्रदान करती है।
-प्रतिदिन मालिश करने वाले को कभी कब्ज नहीं होती और शक्ति मिलती है। पाचन शक्ति में तेजी आती है।
-जो व्यक्ति अपने सिर की मालिश किया करता है, उसका मस्तिष्क भी तेज हो जाता है।
-किसी भी छोटे-बड़े अंग में विकास रुक गया हो तो लगातार दिन में तीन बार मालिश करने से अंगों का विकास सामान्य हो सकता है।
-चोट लगने पर, मालिश करने से सूजन नहीं रहती।
-मालिश के तुरन्त बाद शरीर को ढंक लें। अधिक हवा न लगने दें।