अगर आप थोड़ा सा काम कर थकावट महसूस करती है। हर समय सुस्ती और नींद आने की परेशानी से गुजर रही है तो इसका मतलब आपका स्टैमिना कम हो गया है। आम भाषा में स्टैमिना का मतलब बॉडी में पाए जाने वाली एनर्जी और अंदरुनी शक्ति से है। कुछ लोग इसे कोई भी शारीरिक कामों को करने की क्षमता से समझते है पर असल में यह मानसिक काम और थकानों से जुड़ा है। तो चलिए आज हम आपको बॉडी में होने वाली स्टैमिना की कमी के संकेतों और कारणों को बताते हुए इसकी कमी को पूरा करने के उपायों के बारे में...
स्टैमिना कम होने के लक्षण
- सीढियां में चढ़ते समय जल्दी थक जाना
- थोड़ा सा चलने पर भी थकान महसूस होना
- काम को करते समय ध्यान न लगना
- ज्यादा पसीना आना
- भूख का कम लगना
- सुस्ती होना और नींद का ज्यादा आना
- हर समय थका-थका महसूस होना
- चक्कर आना और धुंधला दिखाई देना
- शरीर में खासतौर पर हाथों और पैरों का दर्द होना
कारण और बचने के उपाय
नींद की कमी
सही और पर्याप्त नींद न मिलने के कारण शरीर की काम करने की क्षमता कम होती है। ऐसे में रोजाना 7-8 घंटों की नींद जरूर लें। साथ ही सोने का समय निश्चित कर सही वक्त ही सोए।
पानी की कमी
जैसे कि सभी जानते ही होंगे हमारे शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा पानी है। इसलिए भरपूर और सही मात्रा में पानी का सेवन करें।
कार्बोहाइड्रेट की कमी
शरीर में कार्बोहाइड्रेटकी कमी से एनर्जी लेवल कम होता है। इसलिए खाने में ऐसी चीजों को शामिल करें जिसमें भारी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाए। जैसे कि राजमा, गेहूं का आटा, मटर, गाजर, आलू, चावल, केला, तरबूज आदि।
प्रोटीन और अन्य जरूरी तत्वों की कमी
खाने में पौष्टिक तत्वों की कमी के कारण भी स्टैमिना कमजोर होता है। इसलिए दूध, दही, हरी सब्जियां, फलों आदि को डाइट में जरूर शामिल करें।
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