आजकल बालों को कलर कराना फैशन है। लोग हेयर कलर पर हजारों रुपए खर्च कर देते हैं। शादी-पार्टी या किसी खास ओकेजन पर महिलाएं बालों को कलर काराना पसंद करती हैं लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि इसके कई साइड इफैक्ट भी हैं। हेयर कलर बालों को काफी डैमेज कर देते हैं। यहां हेयर कलर होने वाले नुक्सान और उससे कैसे बचा जाए इसके बारे में बताया जा रहा है-
1. बालों को कलर करने से हेयर फॉल की समस्या बढ़ जाती है। दरअसल कलर में मौजूद कैमिकल्स जब स्कैल्प पर लगते हैं तो बालों की जड़ों को कमजोर कर देते हैं, जिसके बाद हेयर फॉल की समस्या शुरू हो जाती है।
2. कैमिकल ट्रीटमैंट की वजह से हेयर फॉलिकल्स (बालों के रोम) कमजोर हो जाते हैं। कैमिकल्स हैवी होते हैं, जब वह बालों पर लगते हैं तो बाल टूटना शुरू हो जाते हैं। यही नहीं बालों की वॉलयूम भी इससे कम हो जाती है, जिसके बाद बाल देखने में पतले लगने लगते हैं।
3. हेयर कलर में मौजूद कैमिकल्स से बालों का रंग बदल जाता है। कलर के कारण कई लोगों के बाल उम्र से पहले सफेद हो जाते हैं।
4. कैमिकल बालों की प्राकृतिक नमी को खत्म कर देता है। जिससे बालों का नैचुरल ऑयल खत्म होने लगता है। नैचुरल ऑयल खत्म होने के कारण बाल रूखे और बेजान होकर टूटने लगते हैं।
5. बालों के टैक्स्चर को नैचुरल ही रहने दें क्योंकि हेयर स्मूथिंग, रीबॉन्डिंग और मॉस्चर थैरेपी से बाल कुछ समय के लिए तो दिखने में अच्छे लगते हैं लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता है बालों में ड्राईनैस की समस्या बढ़ जाती है और वे झड़ने लगते हैं।
बरते ये सावधानी
-ऐसे कलर बालों में न लगाएं जिनमें अमोनिया हो
-हेयर कलर के लिए हर्बल कलर का इस्तेमाल करें
-ज्यादा बेहतर है कि बालों को कलर कराने से बचें
- कलर हुए बालों को सल्फैड फ्री शैंपू से धोएं
-7 से 8 दिन के बीच बालों पर तेल जरूर लगाएं
-मोऊनिका शील
नैचुरल हेयर केयर एक्सपर्ट