नारी डेस्क: कभी ना कभी आपने भुट्टे यानी कॉर्न का मजा जरूर लिया होगा। यह स्वाद होने के साथ- साथ विटामिन्स, मिनरल्स और फाइबर से भरपूर होता है। पर क्या आपने कभी भुट्टे के बाल यानी कॉर्न सिल्क के बारे में सोचा था जिसे आमतौर पर फेंक दिया जाता है। बहुत से लाेग इस बात से अनजान हैं कि ये सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। भुट्टे के बाल को आयुर्वेद और प्राकृतिक चिकित्सा में किडनी को साफ करने और पथरी निकालने के लिए उपयोगी माना गया है। यह एक प्रभावी घरेलू उपाय है, जो किडनी को डिटॉक्स करता है और मूत्र संबंधी समस्याओं में मदद करता है।
भुट्टे के बाल के फायदे
भुट्टे के बाल में डाययूरेटिक (मूत्रवर्धक) गुण होते हैं, जो मूत्र की मात्रा को बढ़ाते हैं। इससे किडनी में मौजूद विषाक्त पदार्थ और पथरी आसानी से बाहर निकल सकते हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो किडनी और मूत्र मार्ग में सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं भुट्टे के बाल यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (UTI) को ठीक करने में सहायक हैं। यह मूत्र मार्ग को साफ करता है और संक्रमण से बचाता है। यह किडनी स्टोन को धीरे-धीरे घोलने और मूत्र के जरिए बाहर निकालने में मदद करता है।
कैसे करें भुट्टे के बाल का उपयोग ?
भुट्टे के बाल की चाय
- 1-2 चम्मच ताजे या सूखे भुट्टे के बाल लें।
- एक कप पानी में उबालें।
- 5-10 मिनट तक उबलने के बाद इसे छान लें।
- इसमें शहद या नींबू मिलाकर पिएं।
- दिन में 2-3 बार सेवन करें।
भुट्टे के बाल का पानी: भुट्टे के बाल को रातभर पानी में भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को छानकर खाली पेट पिएं।
सूप में मिलाकर: भुट्टे के बाल को सब्जी या सूप में डालकर भी सेवन किया जा सकता है।
ध्यान रखें ये बातें
अधिक मात्रा में भुट्टे के बाल का उपयोग न करें, क्योंकि यह अत्यधिक मूत्रवर्धक हो सकता है। यदि आप गर्भवती हैं या कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, तो इसका उपयोग करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। पथरी की स्थिति गंभीर होने पर केवल घरेलू उपायों पर निर्भर न रहें, डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। भुट्टे के बाल एक प्राकृतिक उपचार है, जो किडनी की सेहत को बेहतर बनाने में मदद करता है। नियमित उपयोग से किडनी डिटॉक्स होती है, पथरी का खतरा कम होता है और मूत्र मार्ग साफ रहता है। हालांकि, इसे संतुलित मात्रा में और डॉक्टर की सलाह से ही उपयोग करना सबसे बेहतर है।