गुड फ्राइडे के तीसरे दिन हर साल ईसाईयों का प्रमुख त्योहार ईस्टर डे मनाया जाता है। माना जाता है कि इस दिन ईसा मसीह का पुनर्जन्म हुआ था इसलिए इस घटना को ईस्टर संडे भी कहते हैं। क्रिसमस के बाद ईस्टर ईसाई समुदाय का सबसे पर्व होता है। क्रिसमस के बाद इस दिन को भगवान ईसा मसीह के जन्मदिन के रुप में मनाया जाता है। इस बार ईस्टर आज के दिन यानी की 9 अप्रैल को मनाया जा रहा है। यह ईसाईयों का इतना मुख्य त्योहार क्यों है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। तो चलिए जानते हैं इनके बारे में...
40 दिनों तक मनाया जाता है ईस्टर का पर्व
बाइबल की मानें तो हजारों साल पहले गुड फ्राइडे वाले दिन ईसाह मसीह को सूली पर चढ़ाया गया था। इसके बाद गुड फ्राइडे की तीसरे दिन यानी पहले संडे ईस्टर को ईसा मसीह दोबारा से जीवित हो गए थे। पुनर्जन्म होने के बाद ईसा मसीह करीबन 40 दिनों तक अपने शिष्यों के साथ रहे थे और इसके बाद वह हमेशा के लिए स्वर्ग के लिए चले गए थे। इसलिए ईस्टर का जश्न पूरे 40 दिनों तक मनाया जाता है। वैसे माना जाए तो ईस्टर का त्योहार करीबन 50 दिनों तक चलता है। ईसाई धर्म के लोग इस दिन को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।
ऐसे मनाया जाता है यह त्योहार
ईस्टर के पहले हफ्ते को ईस्टर हफ्ते कहते हैं। इस दौरान सारे ईसाई समुदाय के लोग प्रार्थना और व्रत रखते हैं। इस दिन सारी चर्चों को बहुत ही अच्छे से सजाया जाता है। इसके अलावा इस दिन चर्च में जाकर मोमबत्तियां भी जलाई जाती हैं। ईसाई धर्म के कई लोग इस अपने घरों को मोमबत्तियों के साथ रोशन करते हैं। ईस्टर डे वाले दिन बाइबर का पाठ भी मुख्य तौर पर किया जाता है।
इस दिन गिफ्ट किए जाते हैं अंडे
ईस्टर वाले दिन अंडों का भी बहुत ही खास महत्व होता है। इस दिन ईसाई समुदाय के लोग अंडे सजाकर एक-दूसरे को गिफ्ट करते हैं। माना जाता है कि यह अंडे अच्छे दिनों की शुरुआत और नए जीवन का संदेश भी देते हैं। ईसाई धर्म के लोगों का यह मानना है जैसे अंडे में से एक नया जीवन उत्पन्न होता है वैसे ही यह लोगों को एक नई शुरुआत का संदेश देते हैं।