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आदि कैलाश के अब एरियल दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, पीएम मोदी के बाद वहां जाने का बढ़ा क्रेज

  • Edited By vasudha,
  • Updated: 02 Apr, 2024 05:46 PM
आदि कैलाश के अब एरियल दर्शन कर सकेंगे श्रद्धालु, पीएम मोदी के बाद वहां जाने का बढ़ा क्रेज

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ जिले में स्थित प्रसिद्ध धार्मिक पर्यटक स्थलों आदि कैलाश तथा ओमपर्वत के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू हो गयी है । उत्तराखंड सरकार की हेली दर्शन योजना के तहत एमआई-17 हेलीकॉप्टर श्रद्धालुओं को हवाई अडडे से व्यास घाटी क्षेत्र में आदि कैलाश और ओम पर्वत तक ले जाएगा और चोटियों के उपर कुछ देर चक्कर लगाने के बाद वापस हवाई अड्डे पहुंचाएगा।

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अब तक 16 श्रद्धालुओं ने की यात्रा 

पिथौरागढ़ के जिला पर्यटन अधिकारी कीर्तिचंद्र आर्य ने बताया कि स्काई वन एयरवेज द्वारा संचालित दो घंटे के इस दौरे की लागत प्रति व्यक्ति 40 हजार रुपये होगी और इस पर जीएसटी अलग से देना होगा । उन्होंने बताया कि आदि कैलाश और ओम पर्वत की इस उद्घाटन उड़ान में 16 श्रद्धालुओं ने यात्रा की । फिलहाल इस योजना को प्रयोग के तौर पर चलाया जा रहा है । 

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पीएम मोदी ने किए थे कैलाश पर्वत के दर्शन

कहा जा रहा है कि अगर यह प्रयोग सफल हुआ तो अगले माह से यह उड़ान श्रद्धालुओं को सप्ताह में पांच दिन उपलब्ध रहेगी । मिश्रा ने बताया कि यह योजना राज्य के लिए एक उपलब्धि है और इससे आदि कैलाश क्षेत्र को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी ।  पिछले साल अक्टूबर में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदि कैलाश का दर्शन किए जाने से पर्यटकों और श्रद्धालुओं में इन धार्मिक पर्यटन स्थलों की लोकप्रियता में जबरदस्त बढ़ोत्तरी हुई है । 


मानसरोवर यात्रा के बराबर मानी जाती है ये यात्रा

आदि कैलाश यात्रा को दुनिया की सबसे दुर्गम लेकिन बेहद सुंदर यात्रा कहा जाता है। यह यात्रा 15 हजार फीट की ऊंचाई से लेकर 19 हजार फीट तक की ऊंचाई तक जाती है। इस सफर में तीर्थ यात्रियों को आदि कैलाश के साथ ही ओम पर्वत के दर्शन भी होते हैं। यही नहीं आदि कैलाश के करीब ही पार्वती ताल भी मौजूद है. ऐसे में माना जाता है कि आदि कैलाश यात्रा का महत्व मानसरोवर यात्रा के बराबर ही है।

 

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इन नाम से भी जाना जाता है आदि कैलाश

आदि कैलाश, जिसे शिव कैलाश , छोटा कैलाश , बाबा कैलाश या जोंगलिंगकोंग पीक के नाम से भी जाना जाता है, भारत के उत्तराखंड के पिथौरागढ जिले में हिमालय पर्वत श्रृंखला में स्थित एक पर्वत है। यह हिमालय में अलग-अलग स्थानों पर पांच अलग-अलग चोटियों के समूह में दूसरी सबसे महत्वपूर्ण चोटी है, जिसे सामूहिक रूप से पंच कैलाश या "पांच कैलाश" के रूप में जाना जाता है, पहले स्थान पर माउंट कैलाश , शिखर कैलाश (श्रीखंड महादेव कैलाश) है।

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