सर्दी के मौसम के साथ लोगों में कोरोना की दूसरी लहर को लेकर डर बना हुआ है। यूरोप, फ्रांस, ब्रिटेन के साथ-साथ कोरोना वायरस फिर तेजी से अपने पैर पसार रहा है। यूरोप, फ्रांस, ब्रिटेन में तो कोरोना की दूसरी लहर की वजह से दोबारा लॉकडाउन भी कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि अगर ऐसे ही तेजी से मामले बढ़ते रहे तो भारत में भी लॉकडाउन लगाया जा सकता है क्योंकि कई एक्सपर्ट्स के मुताबिक, भारत में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो चुकी है।
भारत में कोरोना के एक्टिव मामले
बता दें कि पिछले 24 घंटे में भारत में कोरोना के 49,000 से ज्यादा नए मामले सामने आए। वहीं, करीब 600 लोग अपनी जान गवां चुके हैं। यूरोप में भी एक बड़ा हिस्सा कोरोना संक्रमित हो चुका है। अमेरिका ने भी नए एक्टिव मामलों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हालांकि भारत में ब्रिटेन, यूरोप और अमेरिका के मुकाबले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या कम है लेकिन अगर समय रहते सावधानी ना बरती गई तो स्थिति भयानक हो सकती है।
आगे क्या रास्ता है?
अभी भारत समेत दुनियाभर के वैज्ञानिक यह समझने में लगे हुए हैं कि कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज कैसे काम करेगी। वही वैक्सीन बनाने में भी देरी हो सकती है इसलिए सतर्कता ही कोरोना को रोकने का उपाय है।
भारत के इन राज्यों में बढ़े कोरोना महामारी के एक्टिव केस
1. पिछले 24 घंटे में दिल्ली में 7745 नए मामले और 77 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, दिल्ली में संक्रमितों की कुल संख्या 4 लाख 38 हजार के पार हो गई है और अब तक 6989 अपनी जान गवां चुके हैं।
2. पिछले 24 घंटे में महाराष्ट्र में 5,092 नए केस और 110 मरीजों की मौत हो चुकी है।
3. असम में 152 नए मामले और अब तक 943 संक्रमितों की जान चली गई है।
4. झारखंड में 203 एक्टिव केस और अब तक 897 की जान गई।
5. पश्चिम बंगाल में कोरोना के 3920 नए मामले के साथ पिछले 24 घंटे में 59 की मौत।
6. पंजाब में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 1 लाख 37 हजार के पार हो गई है जबकि अबतक 4318 लोगों मौतें हो चुकी है।
वैक्सीन आने में भी देरी
WHO की लिस्ट के मुताबिक, 108 देश कोरोना वैक्सीन बनाने में जुटे हैं लेकिन कोई भी इंजेक्शन सुरक्षा और इलाज के कारगार तरीके पर खरी नहीं उतरी है। हालांकि भारत के साथ दो देशों की वैक्सीन आखिरी ट्रायल पर है लेकिन वैक्सीन तैयार होने के बाद भी पूरी आबादी को 2021 के अंत की दवा की सही डोज मिल पाएगी। तब तक सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना, बार-बार हाथ धोना, लक्षणों को लेकर सतर्कता और भीड़-भाड़ से दूर रहने जैसे नियमों का पालन ही एकमात्र हल है।