अमेरिका के बाद अब भारत में भी कोविड 19 के नए वेरिएंट के केस लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसी बीच देश से एक बड़ी खबर सामने आई है। इंस्टीट्यूट ऑफ जीनोमिक एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी (आईजीआईबी) द्वारा किए गए परीक्षण के मुताबिक, आईजीआई हवाई अड्डे पर कोविड-पॉजिटिव परीक्षण करने वाले हर पांच यात्रियों में से लगभग एक ओमिक्रॉन संस्करण से संक्रमित है।
दिल्ली और मुंबई में सबसे ज्यादा मामले
देश में रिपोर्ट किए गए कुल 213 मामलों में से लगभग 27% मामलें राजधानी दिल्ली के हैं। दिल्ली के बाद सभी महानगरों में मुंबई में सबसे ज्यादा (30) मामले हैं। दरअसल, दिल्ली और मुंबई दोनों में सबसे व्यस्त हवाईअड्डे हैं जहां रोजाना सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय यात्री आते हैं। यही कारण है कि दोनों शहरों में मामलों की संख्या अधिक है। हालांकि पॉजिटिव पाए गए यात्रियों में ओमिक्रॉन के लक्षण हल्के थे।
20% इंटरनेशनल यात्री पॉजिटिव
IGIB उन प्रमुख प्रयोगशालाओं में से एक है जहां अंतरराष्ट्रीय यात्रियों में कोविड -19 के लिए जिम्मेदार प्रकार की पहचान करने के लिए जीनोम अनुक्रमण किया जा रहा है। एक वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि आईजीआईबी में हर दिन 15-20 नमूनों का अनुक्रम किया जा रहा था और लगभग 20% यात्री ओमिक्रॉन संस्करण के लिए सकारात्मक थे।
3 गुना अधिक खतरनाक
दिल्ली में 2 दिसंबर को तंजानिया से लौटे 37 वर्षीय व्यक्ति में ओमिक्रॉन का पहला मामला सामने आया था। पिछले 20 दिनों में, यह संख्या 57 हो गई है। पिछले 24 घंटों में इस संस्करण के तीन नए मामलों की पुष्टि हुई, जो डेल्टा संस्करण की तुलना में 3 गुना अधिक संचरण योग्य है।
शुरूआत में, ओमिक्रॉन वेरिएंट अंतरराष्ट्रीय यात्रियों तक सीमित था लेकिन महामारी वैज्ञानिकों का कहना है कि यह दूसरे लोगों में भी फैल सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 के 7,495 नए मामले सामने आए हैं और 434 लोगों की मौत हुई है। वहीं, भारत ने अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 269 मामले दर्ज किए हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि अब तक 104 ओमिक्रॉन मरीज ठीक हो चुके हैं।