सावन का आगमन हुआ नहीं कि पूरी प्रकृति हरी चादर ओढ़ लेती हैं। हरा रंग बारिश की रिमझिम चारों ओर माहौल को खुशनुमा कर देती है लेकिन हरियाली तीज पर हरे रंग का खास ही महत्व होता है इसलिए इस इस खास त्योहार पर हरे रंग के कपड़ों, हरी चुनरी, हरा लहरिया, हरा श्रृंगार, मेहंदी, झूला झूलने का भी रिवाज है। इस दिन महिलाएं सुबह घर के काम और स्नान करने के बाद 16 श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं और भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा करती हैं। विवाहित स्त्रियां अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं। सोलह श्रृंगार में आप 16 चीजें अगर नहीं भी धारण कर पाती तो ये 5 चीजों का श्रृंगार जरूर करें।
हरियाली तीज के 5 हरे श्रृंगार-
मेहंदी
मेहंदी को सुहागिन का अहम शगुन माना जाता है। इसलिए हाथों पर मेहंदी लगाकर शगुन जरूर करें।
हरी चूड़ियां
हरियाली तीज में हरे रंग की चूड़ियां जरूर पहनी जाती है क्योंकि हरे रंग की चूड़ियां सुहागिन स्त्रियां पति की खुशहाली, तरक्की, लंबी उम्र व सेहतमंद जिंदगी का प्रतीक मानी जाती है
हरे वस्त्र
हरियाली तीज में महिलाएं हरे रंग के वस्त्र धारण करती हैं क्योंकि यह रंग आंखों को ठंडक व राहत पहुंचाने वाला रंग है। आप इस दिन साड़ी, सूट, लहंगा जैसे ट्रडीशनल ड्रेस पहन सकती हैं।
हरी बिंदी
हरी बिंदी भी 16 श्रृंगार में शामिल की जाती है। बस अपनी हरी ड्रेस के साथ हरी बिंदी लगाएं। आप अपने फेस कट के अनुसार बिंदी का चयन कर सकती हैं।
झुमके
सोलह श्रृंगार झुमकों के बिना अधूरा-सा लगता है। वैसे भी महिलाओं को अपने कान सूने नहीं रखने चाहिए आप अपनी ड्रेस के साथ मेच करते ग्रीन एमराल्ड झुमका-बाली चूज कर सकती हैं।